Mustard & Refine Oil Price Hike: सरसों तेल व रिफाइन बिगाड़ेगी दिवाली के व्यंजनों का स्वाद, अरहर दाल में दस रुपये की गिरावट
Mustard & Refine Oil Price Hike, Arhar Dal Rate, Diwali 2020: फेस्टिवल सीजन पर आम आदमी की रसोई में महंगाई ने आग लगा रखी है. लेकिन, इस बीच राहत की खबर यह है कि अरहर दाल की कीमत में दस रुपये तक की गिरावट आयी है. हालांकि सरसों तेल और रिफाइन की कीमतें लगतार बढ़ती ही जा रही है. सरसों तेल के बाद सूरजमुखी तेल की कीमतों में भी उछाल आया है.
Mustard & Refine Oil Price Hike, Arhar Dal Rate, Diwali 2020: फेस्टिवल सीजन पर आम आदमी की रसोई में महंगाई ने आग लगा रखी है. लेकिन, इस बीच राहत की खबर यह है कि अरहर दाल की कीमत में दस रुपये तक की गिरावट आयी है. हालांकि सरसों तेल और रिफाइन की कीमतें लगतार बढ़ती ही जा रही है. सरसों तेल के बाद सूरजमुखी तेल की कीमतों में भी उछाल आया है.
अरहर दाल की कीमतों में दस रुपये तक की गिरावट आयी है. अरहर की दाल 130 रुपये प्रति किलो से घटकर 120 रुपये प्रतिकिलो हो गयी है. कारोबारियों की मानें तो चेन्नई से अरहर दाल की डिलीवरी शुरू होने से थोक भाव में अरहर दाल की कीमत में 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आयी है.
वहीं, सरसों तेल और रिफाइन की कीमत प्रति लीटर पांच रुपये की तेजी दर्ज की गयी है. सरसों तेल में मार्च के बाद कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है. कारोबारियों का कहना है कि सरसों की फसल कमजोर हुई है. इसके कारण सरसों तेल में आगे भी तेजी का रुख रहेगा. सरसों तेल फिलवक्त 125 से लेकर 150 रुपये प्रति लीटर तक है.
इस बीच आटा की कीमतों में भी कमी दर्ज की गयी है, जो आम लोगों के लिए बड़ी राहत की बात है. खुला आटा खुदरा बाजार में 25 रुपये प्रतिकिलो है, जो हाल के दिनों तक 28-30 रुपये प्रति किला तक था. पैकेट बंद आटा के भाव में भी कमी आयी है. अप्रैल में पांच किलो का पैकेट वाला आटा 220 रुपये तक था, जो अब 190 रुपये पहुंच गया है. चावल के भाव में भी दो से पांच रुपये तक की कमी आयी है.
बिहार राज्य खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश चंद्र तलरेजा ने बताया कि केंद्र सरकार ने 15 नवंबर से चार लाख मीट्रिक टन के अरहर दाल आयात की सीमा को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया है. इससे आगे विदेशी माल की सप्लाइ बढ़ेगी. साथ ही सरकार ने दस फीसदी के आयात शुल्क पर मसूर के आयात की अवधि को बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया है, जिससे कीमतों पर दबाव पड़ेगा.
दूसरी ओर, सरकार के प्याज के दाम को काबू में लाने के विभिन्न प्रयासों के बावजूद आलू- प्याज के दाम में तेजी बनी हुई है. राजधानी पटना की सब्जी मंडियों में प्याज का खुदरा कीमत 60-70 रुपये और आलू की कीमत 35 से 45 रुपये के बीच चल रहा है. कारोबारियों का कहना है कि अगले सप्ताह से नासिक से प्याज की आवक बढ़ जायेगी तो भाव अपने आप कम हो जायेगा. थाेक मंडी में प्याज की कीमत 40 से 45 रुपये प्रति किलो रहा.
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किराना सामान
खाद्य सामग्री मार्च जून अगस्त सितंबर अक्तूबर नवंबर
अरहर दाल 90 90 95 105 130 120
चना दाल 65 65 70 80 85 85
मूंग दाल 120 120 110 110 120 120
उड़द दाल 100 110 110 115 120 120
चना 55 60 60 70 75 60 से 72
मसूर दाल 70 70 75 80 75 75
राजमा 120 120 120 120 120 120
सरसों तेल 95 120 100 120 105 125 125-140 130-145
Posted By: Sumit Kumar Verma