नालंदा पुलिस ने तीन साइबर ठगों को किया गिरफ्तार, 108 एटीएम कार्ड, एटीएम क्लोन मशीन सहित कई सामान बरामद
सदर डीएसपी ने बताया कि साइबर ठगों के पास से 108 एटीएम कार्ड, दस मोबाइल सेट, चार एमआर, एक एटीएम क्लोन मशीन बरामद किया गया है. सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में की गई छापेमारी में लहेरी थानाध्यक्ष सुबोध कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल थे.
नालंदा पुलिस ने साइबर अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान में लहेरी थाना की पुलिस ने 3 साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. नालंदा की पुलिस ने नवादा जिले के नारदीगंज पुलिस के सहयोग से तीनों साइबर ठगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने साइबर ठगों के पास से विभिन्न बैंकों के कुल 108 एटीएम कार्ड, एटीएम क्लोन करने वाले एक मशीन सहित अन्य सामानों को भी बरामद किया है. गिरफ्तार साइबर ठगों से गहराई से पूछताछ की जा रही है.
गिरफ़्तारी से दो कांड का हुआ खुलासा
सदर डीएसपी डॉक्टर शिब्ली नोमानी ने बताया कि साइबर ठग की गिरफ्तारी से लहेरी थाना के दो कांड का खुलासा हो गया है. उन्होंने बताया कि पीड़ित राजकुमार प्रसाद का स्टेट बैंक का एटीएम कार्ड एवं घटना में प्रयुक्त मोबाइल सेट को भी बरामद किया गया है. सदर डीएसपी ने बताया कि 22 दिसंबर की सुबह लगभग 10:00 बजे हॉस्पिटल मोड़ के एटीएम के पास उस समय घटना हुई, जब राजकुमार एसबीआई एटीएम से अपना रुपया निकालने गए थे और जब उन्होंने मशीन में एटीएम कार्ड डाला तो वो फंस गया.
150000 की हुई थी निकासी
कार्ड फंसने के बाद पीछे खड़े एक व्यक्ति ने अंदर में सटे हुए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने के लिए बोला तो राजकुमार ने उस नंबर पर कॉल किया. इसके बाद उन्हें बताया गया कि आप अपना चार -पांच बार पिन डालिए, तब एटीएम फेंक देगा. इसी क्रम में पीछे खड़े व्यक्ति ने धोखे से उनका पिन देख लिया. काफी प्रयास के बाद एटीएम से कार्ड नहीं निकलने के बाद वाद वहां से चले गए. थोड़ी देर के बाद ही उनके खाते से 150000 की निकासी कर ली गई, तब वादी ने लहेरी थाना में मामला दर्ज कराया.
मामला दर्ज होने के बाद शुरू हुई जांच
सदर डीएसपी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मामले की जांच की गई. गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ करने पर यह स्पष्ट हुआ कि इन लोगों का अपराध का तरीका यह है कि एटीएम मशीन में फेविकोल डाल देते हैं तथा एटीएम के अंदर गलत टोल फ्री नंबर पर कॉल करवाते हैं और पिन इंटर करवाने के बहाने पिन की जानकारी भी कर लेते हैं. जब कोई एटीएम में अपना कार्ड छोड़कर चला जाता है, तब उस एटीएम कार्ड को पिलास या चुट्टी से निकालकर क्लोन मशीन के माध्यम से रुपया की निकासी कर लेते हैं.
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ये सामान हुए बरामद
सदर डीएसपी ने बताया कि पुलिस ने नारदीगंज थाना के सादीपुर गांव से साइबर ठग गौरव कुमार उर्फ छोटू, सोनू कुमार और चंदन कुमार को गिरफ्तार किया गया. सोनू कुमार और चंदन कुमार भाई हैं. सदर डीएसपी ने बताया कि सोनू कुमार बगोदर थाने से एवं गौरव कुमार दो बार हिसुआ थाना से जेल जा चुका है. शेष अभियुक्तों के अपराधिक इतिहास का सत्यापन किया जा रहा है. सदर डीएसपी ने बताया कि साइबर ठगों के पास से 108 एटीएम कार्ड, दस मोबाइल सेट, चार एमआर, एक एटीएम क्लोन मशीन बरामद किया गया है. सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में की गई छापेमारी में लहेरी थानाध्यक्ष सुबोध कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल थे.