सीमांचल में राहुल गांधी तो चंपारण में गरजेंगे नरेंद्र मोदी, जनवरी के आखिरी दिनों में दोनों आएंगे बिहार
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार का सियासी पारा अब हाई होने वाला है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत सीमांचल में प्रवेश करेंगे. उनकी रैली होने वाली है. जबकि चंपारण की धरती से पीएम नरेंद्र मोदी गरजेंगे.
आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार का सियासी माहौल अब गरमाने लगा है. इस बार प्रदेश का सियासी समीकरण बदला हुआ है. जदयू और भाजपा एकदूसरे की विरोधी बन चुकी है. सीएम नीतीश कुमार की पहल पर विपक्षी दलों के नेता एकजुट हुए हैं और इंडिया गठबंधन तैयार किया गया है. सीट शेयरिंग की कवायद एनडीए और इंडिया गठबंधन, दोनों खेमों में जारी है. वहीं जनवरी से ही बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर पारा चढ़ने लगेगा. 27 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंपारण की धरती से चुनावी शंखनाद करेंगे. जबकि 27 जनवरी के ठीक बाद किसी भी दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार आ सकते हैं. भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत राहुल गांधी सीमांचल आएंगे और एक रैली भी कांग्रेस की होगी.
पीएम मोदी चंपारण से फुंकेंगे चुनावी बिगुल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जनवरी को बिहार के पश्चिम चंपारण (बेतिया) जिले में बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे. उनके इस संभावित दौरे को लेकर बिहार भाजपा व स्थानीय जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है. प्रधानमंत्री इस दिन रेल, सड़क सहित कई विभागों से जुड़ी करोड़ों-अरबों रुपये के योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे. पहले इस जनसभा को लेकर 13 जनवरी की तिथि तय हुई थी, लेकिन अपरिहार्य कारणों से उसे स्थगित कर दिया गया था. बेतिया के बड़ा रमना मैदान में भाजपा की जनसभा संभावित है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीब डेढ़ साल के बाद यह बिहार का दौरा हो रहा है. बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या राममंदिर में रामलल्ला की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा होना है. इस कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री बिहार दौरे पर आएंगे.
राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 28 या 29 को बिहार में करेगी प्रवेश
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से आरंभ होकर 28 या 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश कर सकती है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा अखिलेश प्रसाद सिंह ने पत्रकारों को इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मौसम व परिस्थिति के कारणों से इन तारीख में मामूली परिवर्तन की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि पहली बार यात्रा सीमांचल के रास्ते बिहार में प्रवेश कर झारखंड निकल जायेगी. दूसरी बार शाहाबाद (रोहतास-कैमूर आदि) होते हुए राहुल उत्तर प्रदेश में वाराणसी के लिए कूच करेंगे.
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राहुल गांधी आएंगे सीमांचल, पूर्णिया में होगी कांग्रेस की रैली
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी नेताओं ने इस यात्रा से संबंधित बुकलेट भी जारी किया. यह यात्रा बिहार के सात जिलों से गुजरेगी और 425 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. संभव है कि राहुल बिहार में तीन रात विश्राम भी करें. राहुल के साथ चलने वाले न्याय-योद्धा कहलायेंगे. राहुल गांधी की यात्रा को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा को बिहार के लिए नियुक्त किया गया है. राहुल गांधी बंगाल में यात्रा करने के बाद किशनगंज के रास्ते बिहार में प्रवेश करेंगे. सीमांचल के जिलों में उनकी यात्रा होगी. वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि राहुल गांधी जब यात्रा के तहत पूर्णिया आएंगे तो जिले के ऐतिहासिक रंगभूमि मैदान में कांग्रेस की बड़ी रैली होगी. इसकी तैयारी कांग्रेस ने शुरू कर दी है.
बिहार में सियासी घमासान, सीमांचल में कांग्रेस सक्रिय
गौरतलब है कि बिहार का सियासी समीकरण इसबार बदला हुआ है. जदयू एनडीए से अलग है. विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने और वोटों के बिखराव को रोकने का मन बनाया है. पिछले चुनाव में एनडीए को बिहार में एक ही सीट पर हार मिली. सीमांचल में ही कांग्रेस ने जीत का स्वाद चखा था. किशनगंज से कांग्रेस उम्मीदवार की जीत हुई थी. कांग्रेस ने जदयू उम्मीदवार को सीधे टक्कर में हराया था. इसबार जदयू और कांग्रेस साथ चुनाव लड़ रही है. वहीं भाजपा अब चुनाव अभियान को और तेज करेगी. गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी रैली कर सकते हैं. बताते चलें कि गृह मंत्री अमित शाह बिहार का दौरा बीते साल कई बार कर चुके हैं. आधा दर्जन से अधिक रैली बिहार में उनकी हो चुकी है.