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Navratri 2024: बनारस, हरिद्वार की मिट्टी से बनी है यहां की प्रतिमा, ‘तिरुपति बालाजी मंदिर’ थीम पर पंडाल

Navratri 2024 डाकबंगला चौराहे से लेकर कोतवाली तक एलइडी लाइट से गेट बनाये गये हैं. खास बात यह है कि 20 फुट ऊंचा मेकैनिकल स्ट्रक्चर बनाया गया है, जिसके जरिए तितली, मगरमच्छ, मक्खी, सपेरा, जोकर के साथ अन्य छोटे-छोटे जीवों की जीवनशैली भी दिखायी जा रही है.

Navratri 2024 डाकबंगला में सुबह सात बजे पट खुलने के साथ ही पूजा-पंडालों में मां के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. पट खुलने के साथ ही खोइंछा भरने के लिए महिलाएं कतार में खड़ी थीं. यह सिलसिला देर शाम तक जारी है. यहां के डेकोरेशन की भव्यता सभी को आकर्षित कर रही थी. डाकबंगला चौराहे की ओर से एक साइड में भगवान शिव व दूसरे इंट्री गेट पर माता का रूप दिखाई दे रहा था.

शाम को यह और भी आकर्षित कर रहा था. वहीं, दोपहर में खाजपुरा में चारों तरफ आरती व घंटी की ध्वनि वातावरण को भक्तिमय बना रही थी. भव्य पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ देर शाम से उमड़ने लग रही है. मंदिरों और पंडालों में भक्तों का तांता लगा हुआ था. बेली रोड पर श्रद्धालुओं की भीड़ दोपहर तीन बजे से ही उमड़ पड़ी थी. श्रद्धालु देवी प्रतिमाओं का दर्शन कर भाव विभोर हो रहे थे. वे आइजीआइएमएस के पास बनाये गये भव्य एवं आकर्षक पंडालों को देर तक निहारते रहे. कुछ ऐसी ही स्थिति शेखपुरा दुर्गाश्रम में सजावट की थी. बेली रोड पर बिजली की सजावट काफी आकर्षक लग रही थी.

आशियाना मोड़ पर भी लाइटिंग की व्यवस्था

डाकबंगला चौराहे से लेकर कोतवाली तक एलइडी लाइट से गेट बनाये गये हैं. खास बात यह है कि 20 फुट ऊंचा मेकैनिकल स्ट्रक्चर बनाया गया है, जिसके जरिए तितली, मगरमच्छ, मक्खी, सपेरा, जोकर के साथ अन्य छोटे-छोटे जीवों की जीवनशैली भी दिखायी जा रही है. वहीं, लाइट के जरिये माता की पूजा की विधियों को भी दर्शाया गया. बेली रोड स्थित खाजपुरा शिव मंदिर के पास बन रहा पूजा पंडाल आकर्षण का केंद्र रहा. बेहतर लाइटिंग से पंडाल की खूबसूरती बढ़ रही थी. आशियाना मोड़ पर भी लाइटिंग से पूरा पंडाल सराबोर रहा.

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