संवाददाता, मधुबनी/पटना
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव एनडीए बनाम इंडी गठबंधन नहीं, बल्कि लोकतंत्र बनाम परिवारवाद के बीच हो रहा है. राजद-कांग्रेस जैसे परिवारवादियों के राज में बिहार का विकास जहां गर्त में पहुंच गया था. आज नीतीश राज में बिहार की 10.64 की विकास दर देश के विकास दर से भी अधिक है. विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए जदयू नेता ने कहा कि बिहार के लोग खानदानी दलों से भरे इंडी गठबंधन के रग-रग से भी पूरी तरह वाकिफ हैं. वह जानते हैं कि विपक्षी गठबंधन का एकमात्र उद्देश्य सिर्फ परिवार की जमींदारी बचाने का प्रयास भर है. उन्हें पता है कि मौका मिलते ही यह लोग ऐसी लूट मचायेंगे कि देश और राज्य दोनों सैंकड़ों साल पीछे चले जायेंगे. विपक्षी दल यह जान लें कि बिहार लोकतंत्र की जननी है. परिवारवाद के माध्यम से राजशाही थोपने वाले दलों को यहां की जनता अब बख्शने के मूड में नहीं है. इस चुनाव में उन्हें आधे से अधिक सीटों पर लाज बचाने भर वोट भी नहीं मिलने वाले.
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