NEET Paper Leak Case: सीबीआइ ने दाखिल की पहली चार्जशीट, 13 को बनाया गया आरोपी
NEET Paper Leak Case: यह चार्जशीट सीबीआइ द्वारा 23 जून 2024 को केस दर्ज किये जाने के 38 दिन बाद ही दाखिल कर दी गयी. आरोपियों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने के लिए सीबीआइ ने उन्नत फोरेंसिक तकनीकों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलाजी, सीसीटीवी फुटेज, टावर लोकेशन विश्लेषण का उपयोग किया है.
NEET Paper Leak Case: पटना. सीबीआइ ने नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामले में पहली चार्जशीट दाखिल कर दी है. इस चार्जशीट में पटना पुलिस द्वारा परीक्षा के दिन गिरफ्तार किये गये सिकंदर यादवेंदु, नीतीश कुमार, अमित आनंद सहित 13 को आरोपी बनाया गया है. चूंकि यह केस एक जुलाई 2024 के पहले दर्ज हुआ है, इसलिए आरोपियों खिलाफ पुराने आइपीसी (भारतीय दंड संहिता) कानून की धाराएं 120-बी, 201, 409, 380, 411, 420 एवं 109 लगायी गयी हैं. खास बात है कि यह चार्जशीट सीबीआइ द्वारा 23 जून 2024 को केस दर्ज किये जाने के 38 दिन बाद ही दाखिल कर दी गयी. आरोपियों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने के लिए सीबीआइ ने उन्नत फोरेंसिक तकनीकों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलाजी, सीसीटीवी फुटेज, टावर लोकेशन विश्लेषण का उपयोग किया है.
ये बने आरोपित
आरोपियों में नीट परीक्षार्थी व उनके अभिभावक अनुराग यादव, अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार, आयुष राज के साथ ही सेटर व पेपर लीक में शामिल आशुतोष कुमार-1, रोशन कुमार, मनीष प्रकाश, आशुतोष कुमार-2, अखिलेश कुमार और अवधेश कुमार का भी नाम है.
अन्य आरोपियों के खिलाफ जांच जारी
सीबीआइ से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार इन आरोपियों के अलावा अन्य आरोपियों और संदिग्धों की के खिलाफ मामले के अन्य पहलुओं पर सीबीआइ की जांच जारी है. पेपर लीक मामले के कई अन्य आरोपी पहले से ही पुलिस या फिर न्यायिक हिरासत में हैं. जैसे ही इन आरोपियों, संदिग्धों के खिलाफ आगे की जांच पूरी हो जायेगी, जांच एजेंसी पूरक आरोप पत्र दाखिल करेगी. यहां बता दें कि सीबीआइ ने ने इस मामले में अब तक 40 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 15 बिहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये हैं. आरोपियों तक पहुंचने के लिए सीबीआइ ने 58 स्थानों पर अब तक तलाशी ली है.
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पांच मई को लीक हुआ था पेपर
मालूम हो कि पांच मई 2024 को पूरे देश में नीट 2024 की परीक्षा आयोजित की गयी थी. इस परीक्षा के दौरान गड़बड़ी करने के आरोप में पटना के शास्त्री नगर थाना ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया और कांड संख्या 358/ 2024 दर्ज किया. बाद में मामला आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दिया गया. उसके बाद प्रश्न पत्र लीक होने का मामला उजागर हुआ और केंद्र सरकार ने 23 जून को मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी.
पटना एम्स, हजारीबाग, रांची और धनबाद से हुई है कई गिरफ्तारियां
सीबीआइ ने नीट मामले में झारखंड के हजारीबाग से ओएसिस स्कूल के प्राचार्य, उप प्राचार्य और जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया है. वहीं रांची के रिम्स की एक छात्रा समेत तीन, राजस्थान से एक सेटर और छात्र, धनबाद से सेटर और एक छात्र तथा पटना एम्स के तीन छात्रों को भी सीबीआइ ने इस मामले में गिरफ्तार किया है. उम्मीद की जा रही है कि पूरक चार्जशीट में इन लोगों के खिलाफ भी साक्ष्य पेश किये जायेंगे.