पीएमसीएच में बन रहा नया ग्रिड, नये ओपीडी को दी जायेगी बिजली
पीएमसीएच परिसर में डेडिकटेड बिजली सप्लाइ के लिए नया ग्रिड का निर्माण शुरू हो गया है. इससे पीएमसीएच की नयी ओपीडी बिल्डिंग, आइजीआइसी, पटना यूनिर्वसिटी, जीएम रोड में बिजली की सप्लाइ की जायेगी.
संवाददाता, पटना : पीएमसीएच परिसर में डेडिकटेड बिजली सप्लाइ के लिए नया ग्रिड का निर्माण शुरू हो गया है. इससे पीएमसीएच में बन रही नयी ओपीडी बिल्डिंग, आइजीआइसी, पटना यूनिर्वसिटी, जीएम रोड में बिजली की सप्लाइ की जायेगी. इस ग्रिड में दो फीडर लगाये जायेंगे. हर ग्रिड की क्षमता 80 एमवीए होगी. फिलहाल पीएमसीएच में बिजली की सप्लाइ पेसू के पटना यूनिवर्सिटी फीडर से की जा रही है. लेकिन आने वाले दिनों में अशोक राजपथ में बन रहे मेट्रो निर्माण और डबल डेकर पुल के कारण यूनिवर्सिटी फीडर से अलग करके पीएमसीएच में खुद का ग्रिड बनेगा, जिससे पीएमसीएच व आसपास के इलाकों में निर्बाध बिजली सप्लाइ की जायेगी. यूनिवर्सिटी फीडर के सहायक अभियंता रमेश कुमार शाह ने बताया कि पीएमसीएच में फिलहाल रोजाना बिजली की खपत लगभग सात से आठ मेगावाट है और ठंड के दिनों में चार से पांच मेगावाट होती है. जल्द ही पीएमसीएच में नये ओपीडी का निर्माण खत्म हो जायेगा. इसकी वजह से बिजली की खपत और बढ़ जायेगी. इसलिए बिजली कंपनियों ने पीएमसीएच में बिना रुकावट बिजली सप्लाइ के लिए नया ग्रिड बनाने की योजना बनायी गयी. इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है. इसे बनने में दो साल से अधिक समय लग जायेगा. जीआइएस तकनीक का होगा इस्तेमाल, सौर ऊर्जा से भी पीएमसीएच को मिलेगी बिजली पीएमसीएच में बन रहे ग्रिड में नयी तकनीक का इस्तेमाल किया जायेगा, जिसका नाम जीआइएस तकनीक यानी गैस इंसुलेटेड सिस्टम है. इस तकनीक से कम जगह में अधिक-से -अधिक उपकरण लगाये जा सकते हैं. इसके साथ ही इससे बिजली संबंधित होने वाली दुर्घटना भी कम होती है. इसके अलावा अस्पताल में बिजली सप्लाइ के लिए सौर ऊर्जा का भी इस्तेमाल किया जायेगा, जिससे तकनीकी फॉल्ट जैसे ट्रिपिंग, लोड शेडिंग व लो वोल्टेज जैसी समस्या भी कम होगी.
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