संवाददाता, पटना
एक मई की रात हुई थी लूटपाट की घटना
राजेंद्रनगर राेड नंबर एक निवासी आभूषण कारोबारी भारतीष बाकरगंज स्थित अपनी दुकान से 10 लाख नकद लेकर घर जा रहे थे. उनके साथ उनका बेटा वंशु व स्टाफ सुरेंद्र था. तीनों एक ही स्कूटी पर थे. इसी बीच नाला राेड में दाे बाइकों पर सवार अपराधियाें ने हथियार का भय दिखा कर लूटपाट की. साथ ही फायरिंग भी की. पुलिस ने घटनास्थल एक खोखा भी बरामद किया था. साथ ही कारोबारी व लोगों की मदद से पकड़े गये धीरज कुमार को गिरफ्तार कर लिया था. जबकि इस घटना को अंजाम देने में शामिल तीन लोग भाग गये थे. घटना के बाद भारतीष कुमार ने पुलिस को यह बताया था कि पंडारक निवासी शंभू कुमार, सुमित कुमार व नवादा निवासी अभिषेक कुमार घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गये हैं. इसके बाद पुलिस ने पकड़े गये धीरज के साथ ही शंभू, सुमित व अभिषेक को भी लूटपाट व आर्म्स एक्ट का आरोपित बनाते हुए कदमकुआं थाने में केस दर्ज कर दिया था. अपने बयान में भारतीष ने पुलिस को यह भी जानकारी दी थी कि उन्होंने पंडारक के निशांत यादव से डेढ़ बीघा जमीन खरीदी थी. वह उनके कंकड़बाग स्थित घर में हॉस्टल चलाता है और उसका 38 लाख किराया बाकी था. जमीन खरीदने बाद उन्हें अज्ञात नंबर से फोन कर निशांत से जमीन खरीदने में बाकी 40 लाख रुपये की मांग की गयी. जबकि उन्होंने रजिस्ट्री के समय ही सारा पैसा चुकता कर दिया था. इस संबंध में सनहा भी दर्ज किया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है