Bihar News: देश की सबसे बड़ी निजी सुरक्षा एजेंसी SIS समूह के संस्थापक और पूर्व सांसद डॉ.आरके सिन्हा ने तीन दिसंबर को मेधा दिवस मनाने के लिए सरकार से मांग की है. उन्होंने कहा कि सरकार को देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती तीन दिसंबर को मेधा दिवस घोषित करना चाहिए. क्योंकि राजेन्द्र प्रसाद दुनियां के ऐसे अकेले व्यक्ति थे, जिनके बारे में उनके परीक्षक ने उनकी उत्तर पुस्तिका में लिखा कि परीक्षार्थी परीक्षक से ज्यादा योग्य है. बतादें कि डॉ. आरके सिन्हा मंगलवार को सीवान पहुंचे थे, जहां डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की 140 वीं जयंती के मौके पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद निकटवर्ती गांव भरथुई में जनसभा को संबोधित किया.
तीन दिसंबर को मेधा दिवस घोषित करें सरकार
जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद डॉ.आरके सिन्हा ने कहा कि उनकी कोशिश जीरादेई में राजेन्द्र प्रसाद की 108 फीट ऊंची प्रतिमा के निर्माण करने की है, इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है. इसके साथ ही पुस्तकालय एवं वचनालय का निर्माण भी किया जायेगा. डॉ. RK सिन्हा ने कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद विलक्षण प्रतिभा के धनी थे. इस समय नई पीढ़ी को उनके जीवन से परिचित कराने की जरूरत है. मोहनदास करमचंद गांधी को महात्मा गांधी बनाने वाले राजेन्द्र बाबू ही थे. इस अवसर पर डॉ सिन्हा ने राजेन्द्र बाबू से जुड़े कई संस्मरण लोगों को सुनाए.
इनके जन्म दिवस पर मनाया जाता है विशेष दिवस
अद्भुत मेधा के अविस्मरणीय व्यक्तित्व और देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की पवित्रात्मा आज भी देश से कुछ अपेक्षाएं रखती है. क्योंकि देश की अनेक महान विभूतियों के जन्म दिवस को किसी न किसी विशेष दिवस के रूप में मनाया जाता है. जैस- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती को अहिंसा दिवस, पंडित नेहरू की जयंती को बाल-दिवस तथा सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को एकता दिवस के रूप में मनाते हैं. इसी प्रकार इंदिरा गांधी की जयंती को शक्ति दिवस, डॉ. राधाकृष्णन की जयंती को शिक्षक दिवस, डॉ. विधानचंद्र राय की जयंती को चिकित्सक दिवस, राजीव गांधी की जयंती सद्भावना दिवस, महान अभियंता विश्वेश्वरैया की जयंती अभियंता दिवस, चौधरी चरण सिंह की जयंती को किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है. लेकिन अभी तक देशरत्न के नाम पर कोई दिवस विशेष घोषित नहीं किया गया है.