अगले ऋण प्रवाह तीन लाख करोड़ होने का अनुमान

राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), आज राज्य के वित्तीय वर्ष 2025-26 की एनुअल क्रेडिट प्लान(एसीपी) जारी करेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | February 12, 2025 1:02 AM

संवाददाता, पटना राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), आज राज्य के वित्तीय वर्ष 2025-26 की एनुअल क्रेडिट प्लान(एसीपी) जारी करेगा.राज्य का एसीपी लगभग तीन लाख करोड़ होने का अनुमान है.यह अनुमान प्राथमिकता वाले क्षेत्रों से संबंधित रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों और सतत कृषि एवं ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्र एवं राज्य सरकारों की नीतियों के आधार पर आकलन किया गया है. नाबार्ड के सीजीएम विनय कुमार सिन्हा ने बताया कि बिहार के लिए राज्य फोकस पेपर वर्ष 2025-26 में सभी 38 जिलों में ऋण अनुमानों के बारे में जानकारी दी जाएगी. कार्यक्रम का उद्घाटन उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी करेंगे. उन्होंने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में प्राथमिकता क्षेत्र के तहत अनुमानित कुल ऋण प्रवाह लगभग 2.43 लाख करोड़ है. इस अनुमान में बढ़ोतरी होगी. बिहार में संभावनाओं की कमी नहीं, ऋण प्रवाह बढ़ाने की जरूरत पटना. नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक विनय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार में संभावनाओं की कमी नहीं है.जरूरत है प्राथमिक सेक्टर में ऋण प्रवाह बढ़ाने की.खेती-किसानी ,पशुपालन,मत्स्य पालन और हार्टिकल्चर क्षेत्र में लगे उद्यमियों को सहुलियत से ऋण मिले तो न केवल लोगों को आमदनी में बढ़ेगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे.राज्य के आधे जिले के लोगों को उनकी जरूरत के हिसाब से ऋण नहीं मिल रहा है.प्राथमिक सेक्टर में काम करने वाले लोगों को अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूशन(एमएफआइ) के पास जाना पड़ता है.श्री सिन्हा, मंगलवार को नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि नाबार्ड गांव बढ़े तो देश बढ़े और लोकल टू ग्लोबल के सिद्धांत को पूरा करने के लिये ग्रामीण क्षेत्र में काम करने वाली वित्तीय संस्थानाओं को पुनर्वित सहायता और ऋण देता है.

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