अगली बार सरकार बनी तो हर खेत को पानी: नीतीश कुमार
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि अगली बार सरकार बनाने का मौका मिला तो बिहार के हर खेत तक पानी पहुंचा देंगे. साथ ही कहा कि जीतने पर और जो भी बड़े काम करेंगे, उसके बारे में विधानसभा चुनाव से पहले ही घोषणा कर देंगे.
पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि अगली बार सरकार बनाने का मौका मिला तो बिहार के हर खेत तक पानी पहुंचा देंगे. साथ ही कहा कि जीतने पर और जो भी बड़े काम करेंगे, उसके बारे में विधानसभा चुनाव से पहले ही घोषणा कर देंगे. उन्होंने जदयू के सक्रिय कार्यकर्ताओं से भी अगली बार राज्य में विकास के संभावित कामों की जानकारी मांगी. इस दौरान उन्होंने राजद शासनकाल को जंगलराज कहे जाने की चर्चा की. उन्होंने कहा कि हमको न तो न किसी को फंसाना है, न किसी को बचाना है और न ही हम माल बनाने का काम करते हैं. हम सिर्फ सेवा के साथ विकास के काम में जुटे रहते हैं.
जदयू के वर्चुअल कार्यकर्ता सम्मेलन के छठे और आखिरी दिन शुक्रवार को मगध प्रमंडल के अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया और नवादा जिलों के जिला से बूथ स्तर तक के सक्रिय नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने लालू-राबड़ी के शासनकाल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पति-पत्नी के शासनकाल में मगध प्रमंडल के जिलों की चर्चा नक्सल हिंसा और सामूहिक नरसंहार के लिए होती थी. हमने ‘न्याय के साथ विकास’ के तहत इलाके का विकास शुरू किया जिससे नक्सलवाद समाप्त होता चला गया. उन्होंने कहा कि बिहार के ऐतिहासिक शहरों गया, बोध गया और राजगीर तक गंगा जल पहुंचाने का इंतजाम कर दिया है. यहां दुनिया भर से हर धर्म के लोग बड़ी संख्या में आते हैं. उनकी सुविधा के अनेक काम हुए. अब वहां फल्गू नदी में दो फीट पानी सालों भर रहे, इसके लिए भी काम हो रहा है. विष्णुपद मंदिर और सीताकुंड को जोड़ने के लिए लक्ष्मण झूला का निर्माण तय किया. महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र एक अनूठा केंद्र होगा. ‘जल-जीवन-हरियाली’ जैसे दूरगामी अभियान के तहत भी बड़े पैमाने पर काम हो रहा है.
चुनाव की तैयारी का दिया निर्देश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्मेलन के दौरान सक्रिय नेताओं और कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारी करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण जो माहौल बना है, उसमें तय नहीं है कि पहले की तरह चुनावी रैलियां हो पाएंगी या नहीं. इसलिए पार्टी के कार्यकर्ता व्हाट्सएप और फेसबुक से जुड़ें और अपने आसपास के लोगों से सोशल मीडिया के जरिये भी संवाद स्थापित करें. उन्होंने कहा कि आमतौर पर सितंबर या अक्तूबर में चुनाव आयोग चुनाव के तिथियों की घोषणा करता है. ऐसे में सरकार के 15 साल की उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार के लिए अपना 90 प्रतिशत समय और सिर्फ 10 प्रतिशत समय विपक्ष के दुष्प्रचार का जवाब देने में लगायें. उन्होंने कहा कि कुछ लोग तरह-तरह के दुष्प्रचार कर, भ्रम फैला कर समाज में अलगाव पैदा करना चाहते हैं. इसलिए जदयू कार्यकर्ताओं को प्रेम, भाईचारा और सद्भावना का माहौल बनाये रखने के लिए काम करना है. उन्होंने कहा कि सेवा ही हमलोगों का धर्म है, पार्टी कार्यकर्ताओं को इसे हमेशा ध्यान में रखना है.