NIA Raid: बिहार में सक्रिय मानव तस्कर गिरोह पर NIA का चला डंडा, जानिए दो जिलों में छापेमारी की वजह

NIA Raid: बिहार में सक्रिय मानव तस्कर गिरोह NIA के रडार पर है. जांच एजेंसी ने गुरुवार को बिहार के दो जिलों में छापेमारी की है. जानिए क्या है पूरा मामला...

By ThakurShaktilochan Sandilya | November 29, 2024 7:06 AM
an image

NIA Raid: बिहार के दो जिलों समेत देश के 22 जगहों पर गुरुवार को एनआइए ने छापेमारी की है. मानव तस्कर गिरोह का एनआइए ने भंडाफोड़ किया है जो विदेश में नौकरी का लालच देकर युवाओं को झांसे में लेता है और वीजा तैयार करके उसे विदेश भेजता है. वहां जाने पर उसे साइबर अपराध से जुड़े कॉल सेंटरों में काम करने के लिए मजबूर करता है. एजेंट के द्वारा भेजे गए इन लोगों को पाकिस्तान और चीन समेत कई देशों में सक्रिय गिरोह के हाथों बेच दिया जाता है. गुरुवार को बिहार के मुजफ्फरपुर और गोपालगंज में भी एनआइए ने छापेमारी की. गोपालगंज के हथुआ, मीरगंज और नगर थाना इलाके से एक-एक लोग हिरासत में लिए गए.

गोपालगंज में छापेमारी, तीन लोगों को हिरासत में लिया

गुरुवार को एनआइए ने गोपालगंज के अलग-अलग तीन ठिकानों पर दबिश डाली. हथुआ थाना क्षेत्र के सिंगहा टोला, मीरगंज थाना और नगर थाना क्षेत्र के आर्य मोहल्ले में छापेमारी की गयी. तीन लोगों को हिरासत में लिया गया. जिनके पास से पासपोर्ट, दस्तावेज समेत नोट गिनने की मशीन व कैश मिलने की सूचना है. जबकि मुजफ्फरपुर के मड़वन में भी छापेमारी की गयी.

ALSO READ: Bihar Weather: भागलपुर-पूर्णिया में पश्चिमी विक्षोभ का दिखेगा असर, ठंड और कोहरे की आयी जानकारी…

टूर एंड ट्रेवल्स के ऑफिस और उसके संचालक के घर में छापेमारी

एनआइए ने गोपालगंज में अरबियन टूर एंड ट्रेवल्स के ऑफिस और उसके संचालक के घर में छापेमारी की. इस एजेंसी ने कंबोडिया जाने के लिए हवाई टिकट तैयार करके मुन्ना नाम के एक एजेंट को दिया था. चार युवकों को मानव तस्करी का शिकार बनाकर कंबोडिया भेजने की बात भी सामने आयी है. बता दें कि गोपालगंज में कई लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा देकर भेजा जाता है और फिर वहां फर्जी कॉल सेंटरों में ले जाकर साइबर अपराध करने के लिए इन लोगों को मजबूर किया जाता है.

क्या है मानव तस्करी का मामला?

एनआइए को शक है कि यह रैकेट म्यांमार, चीन और लाओस से भी जुड़ा हुआ है. सूत्रों के अनुसार, मानव तस्करों का यह गिरोह विदेश में नौकरी देने के नाम पर पहले टूरिस्ट वीजा देता है और जब वीजा की अवधि खत्म हो जाती है तो युवक मजबूर होकर वहां फंस जाता है. जिसके बाद एजेंट उस युवक को अपने कब्जे में ले लेते हैं और जबरन उसे साइबर अपराध की दुनिया में धकेला जाता है. गोपालगंज में एनआइए पूर्व में भी छापेमारी कर चुकी है.

Exit mobile version