एनआइए की छापेमारी में मनोरमा देवी के आवास से मिले चार करोड़ नकद और हथियारों का जखीरा
नक्सली कनेक्शन को लेकर एनआइए का मनोरमा देवी के आवास पर आज हुई छापेमारी में चार करोड़ तीन लाख नगद मिले हैं.
नक्सली कनेक्शन को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने गया जिले के रामपुर थाना क्षेत्र में पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी और गोइंथा गांव में द्वारिका यादव के घर समेत राज्य के पांच जगहों पर गुुरुवार के अहले सुबह दबिश दी..यह तलाशी अभियान बिहार के मगध क्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन को फिर से खड़ा करने और सशक्त करने की भाकपा (माओवादी) की साजिश के संदर्भ में एनआइए द्वारा की जा रही जांच का हिस्सा है.
छापेमारी के दौरान नकद चार करोड़ तीन लाख रुपये बरामद किये गये. एनआइए की ओर से देर शाम जारी रिपोर्ट के मुताबिक छापेमारी के दौँरान हथियारों का जखीरा और कई दस्तावेज व डिवाइस भी मिले हैं. इससे यह साफ होता है कि मगध जोन में प्रतिबंधित माओवादी संगठन को फिर से खड़ा करने की व्यापक तैयारी की जा रही थी. इसी कड़ी में एनआइए की टीम कैमूर पहुंची जहां नक्सली साहित्य प्रकाशित करने वाली एक प्रिंटिंग प्रेस के दफ्तर की भी तलाशी ली गयी.
जिस समय मनोरमा देवी के आवास पर छापेमारी हो रही थी, उस समय किसी को भी अंदर से बाहर और बाहर से अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गयी. उनके आवास को पूरी तरह से घेराबंदी की गयी थी. छापेमारी में मिली नकद रारशि और हथियारों के बारे में मनोरमा देवी से पूछताछ की जा रही है.
मनोरमा देवी के पति बिंदेश्वरी यादव पर नक्सली से संबंध का था आरोप
मनोरमा देवी से जुड़े लोगों को पहले भी भाकपा (माओवादी) के कैडरों से संबंध के आरोप में जांच एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था.दरअसल, मनोरमा देवी के स्वर्गीय पति बिंदेश्वरी यादव के खिलाफ नक्सल गतिविधि और साठगांठ का आरोप था.उनकी गाड़ी से सैकड़ों की संख्या में कारतूस बरामद हुए थे,तब बिंदेश्वरी खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था.
अब तक छह हो चुके गिरफ्तार
पिछले वर्ष सात अगस्त को औरंगाबाद की गोह पुलिस थाना क्षेत्र में एनआइए ने रोहित राय और प्रमोद यादव नामक दो माओवादियों को गिरफ्तार किया था. सितंबर महीने में उनके साथ ही 20 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. आरोपियों के कब्जे से बरामद हथियार और गोला-बारूद के साथ नक्सली साहित्य भी बरामद हुआ था.
दोनों पर सहयोगियों के साथ भाकपा (माओवादी) संगठन को मजबूत करने के लिये और हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ठेकेदारों और ईंट भट्ठा मालिकों से अवैध तौर पर राशि की उगाही का आरोप है. इस साल फरवरी महीने में दोनों के खिलाफ एनआइए ने आरोप पत्र दायर किया.
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कुल छह लोग इस मामले में गिरफ्तार किये गये हैं. मार्च महीने में पूरक आरोप पत्र दायर किया गया जिसमें अनिल यादव उर्फ अंकुश एवं नक्सली प्रमोद मिश्रा के नाम भी शामल किये गये. जुलाई महीने में एनआइए ने दूसरा पूरक आरोप पत्र दाखिल किया, जिसमें अनिल यादव उर्फ छोटा संदीप को भी आरोपित बनाया गया.
गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आशीष भारती ने बताया कि एनआइए ने गया में अपने तलाशी अभियान के लिए जिला पुलिस से सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था, जिसे केंद्रीय जांच एजेंसी को मुहैया कराया गया था.