बिहार के सिलेबस में रामायण और गीता को किया जाएगा शामिल? बीजेपी की मांग पर पढ़िए शिक्षा मंत्री ने क्या कहा
Nitish Kumar Education Minister: मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि रामायण और गीता की जानकारी रखना सबके लिए अच्छी बात है, लेकिन इस तरह का कोई भी प्रस्ताव पर अभी तक शिक्षा विभाग के विचाराधीन नहीं है. किसी भी धर्म और धार्मिक किताबों की जानकारी लेना कोई गलत बात नहीं हैं.
शिक्षा सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि रामायण और गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने से संबंधित कोई भी प्रस्ताव शिक्षा विभाग के विचाराधीन नहीं है. वहीं कोरोना को लेकर कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है. बाहर से आने वाले लोगों में कोरोना संक्रमण की बात सामने आ रही है, कुछ मामलों को छोड़कर फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.
पत्रकारों ने मंत्री विजय कुमार चौधरी से पूछा था कि भाजपा कोटे के मंत्रियों द्वारा बिहार में भी रामायण और गीता को पाठ्यक्रम में शामिल किये जाने की मांग हो रही है. इस पर मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि रामायण और गीता की जानकारी रखना सबके लिए अच्छी बात है, लेकिन इस तरह का कोई भी प्रस्ताव पर अभी तक शिक्षा विभाग के विचाराधीन नहीं है. किसी भी धर्म और धार्मिक किताबों की जानकारी लेना कोई गलत बात नहीं हैं.
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह ने वैशाली में हुई दुष्कर्म की घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होंगे, सरकार उसे स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाएगी. नारी सुरक्षा के लिए भी हमारी सरकार लगातार सरकार काम कर रही है. लेसी सिंह ने कहा कि विपक्ष का काम ही है आरोप लगाना. इसके अलावा उनके पास कोई काम नहीं है
डीलरों की मनमानी पर कार्रवाई- पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि सरकार डीलरों की मनमानी पर पूरी तरह से सख्त है. जहां से भी जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों की मनमानी की शिकायत मिलती है उसपर मुख्यालय और जिला स्तर पर जांच कराकर डीलरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है. उनके लाइसेंस को रद्द किया जा रहा है. इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष नवीन कुमार आर्य उपस्थित थे. यह जानकारी कार्यालय सचिव संजय कुमार सिन्हा ने दी.
बता दें कि इससे पहले बीजेपी कोटे से बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा था कि मध्य प्रदेश की तरह ही यहां पर स्कूल और कॉलेजों के सिलेबस में रामायण और गीता का पाठ शामिल किया जाए.