मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नशामुक्ति दिवस पर शुक्रवार को पटना के ज्ञान भवन से सूबे के तमाम राज्यकर्मियों को खुद शराब नहीं पीने और दूसरों को भी पीने नहीं देने की शपथ दिलायी. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा गड़बड़ लोग पटना में ही करते हैं. जिस दिन पटना को कंट्रोल किया, देखियेगा पूरा बिहार तुरंत कंट्रोल में आयेगा.
मुख्यमंत्री के साथ सभागार में मौजूद सभी मंत्रियों, अधिकारियों व कर्मियों ने शराब नहीं पीने की शपथ ली. उन्होंने शराबबंदी को सख्ती से लागू करने पर जोर देते हुए कहा कि सरकारी तंत्र में जो भी गड़बड़ करे, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि शराबबंदी के खिलाफ बोलने वाले कुछ लोग भूल जाते हैं कि शराबबंदी लागू करने के वक्त मद्यनिषेध मंत्री किस पार्टी के थे. बहुत लोग चक्कर में रहते हैं. दूसरे राज्यों में विज्ञापन छपवाते हैं. उनको लगता है कि हम अल्टरनेटिव बन जायेंगे. बिजनेस कमेटी के लोगों द्वारा पर्यटकों के लिए शराब खोले जाने की मांग पर उन्होंने कहा कि ऐसा बयान देने वालों के मन में जरूर कोई गड़बड़ करने वाली बात है.
समारोह से पहले मुख्यमंत्री ने सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र परिसर से मद्यनिषेध प्रचार अभियान के लिए मद्यनिषेध रथ व प्रचार रथों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. साथ ही ज्ञान भवन के निचले तल्ले में नशामुक्ति पर पेंटिंग, कोलार्ज और टेराकोटा प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. इसके बाद उनके समक्ष मुंबई से आयी टीम ने नशामुक्त परिवार खुशहाल परिवार पर आधारित शैडो डांस लघुफिल्म का प्रदर्शन किया गया.
कार्यक्रम के दौरान नशामुक्ति पर आधारित गीत की प्रस्तुति की गयी. साथ ही नशा मुक्ति के प्रचार-प्रसाद के लिए जिंगल्स, वीडियो-ऑडियो संदेश व लघुफिल्म का प्रदर्शन हुआ. मोबाइल पर सीएम का जनता के नाम संदेश और नगर निकायों के प्रतिनिधियों के लिए सीएम के संदेश का लोकार्पण भी किया गया. शराबबंदी के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले किशनगंज के एसपी कुमार आशीष सहित मद्य निषेध व पुलिस विभाग के 26 अधिकारी-कर्मी सम्मानित भी किये गये.