नीतीश की यात्राएं-15 : समस्तीपुर से शुरू हुई थी भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम, खड़े-खड़े कर दिया था बीडीओ का तबादला
Nitish Kumar Yatra: Nitish Kumar Yatra: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर प्रदेश की यात्रा पर हैं. 2005 में नवंबर महीने में मुख्यमंत्री बनने के पूर्व वे जुलाई महीने में न्याय यात्रा पर निकले थे. विकास यात्रा उनकी दूसरी यात्रा थी. नीतीश कुमार की अब तक 15 से अधिक यात्राएं हो चुकी हैं. आइये पढ़ते हैं इन यात्राओं के उद्देश्य और परिणाम के बारे में प्रभात खबर पटना के राजनीतिक संपादक मिथिलेश कुमार की खास रिपोर्ट की 15वीं कड़ी..
Nitish Kumar Yatra: विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता और अफसरों को सीधा संदेश दिया कि रिश्वतखोरों की अब यहां गुंजाइश नहीं होगी. समस्तीपुर के झखरा में कहा,”यह बीडीओ साहेब कल से सरायरंजन में नहीं रहेंगे.” समस्तीपुर जिले के झखरा में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बनाने वाली जनता को शक्तिशाली बनाना चाहिए. हमारा प्रयास सत्ता में रहते हुए लोकतंत्र को मजबूत बनाना है. जनता दरबार में सरायरंजन के बीडीओ के खिलाफ अधिक शिकायतें मिलने पर मंच से ही कहा “यह बीडीओ साहब कल से सरायरंजन में नहीं रहेंगे.” मुख्यमंत्री के सामने सारे अधिकारी लाइन से खड़े थे, न जाने किसकी बारी आ जाये और उन्हें तलब कर लिया जाये. गुढ़वी गांव की आंख की अंधी युवती भी पहुंची थी, उसे नौकरी चाहिए थी. सीएम ने बगल में खड़े अधिकारी को उसे मदद करने का निर्देश दिया. यहां उजियारपुर के सुनील चौधरी, दुधपुरा के संजय कर्ण भी अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने बारी-बारी से सभी से उनके आवेदन लिये और कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया.
जाति के घरौंदे से बाहर निकलने की अपील
दलसिंहसराय पहुंचे तो वहां मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहारी होने पर गर्व होने का मान दिलायेंगे. जिले के आरबी कॉलेज मैदान में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री ने मौजूद भारी भीड़ से अपील की, जाति के घरौंदे से बाहर निकलें और बिहारी होने का अभिमान तथा स्वाभिमान जगायें. इससे एकजुट होकर समृद्ध बिहार के निर्माण का उनका सपना पूरा हो सकेगा. यहां मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार देश का पहला ई-गवर्नेंस वाला राज्य बन चुका है. उन्होंने यहां भी भ्रष्टाचारियों और रिश्वतखोरों को पकड़वाने में आम लोगों से सहयोग मांगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि रिश्वतखोरों को पकड़वाने वालों को एक हजार रुपये से लेकर पचास हजार रुपये तक का ईनाम दिया जायेगा. अपनी सरकार की विकास योजनाओं की भी चर्चा की.
बिहार को वाजिब हक दिलाने की होगी कोशिश
बेगूसराय में जनता से कहा, असली मकसद तो आपके दरबार में हाजिरी लगाना है. मुख्यमंत्री ने बेगूसराय में कहा कि योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन तो एक बहाना है. विकास यात्रा का असली उद्देश्य तो आप सबसे जनता से मिलना है. आपके दरबार में हाजिरी लगाना है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की आज भी हकमारी हो रही है. जबकि वह बिहार को वाजिब हक दिलाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं. फिलहाल उपलब्ध संसाधनों से ही राज्य का विकास होगा. बेगूसराय में वहां के तत्कालीन सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की मांग पर जिले के गुप्ता बांध का विकास बाइपास सड़क के रूप में किये जाने की घोषणा की. बताया कि चार साल के उनके शासन काल में कृषि उत्पाद दो गुना हो गया. यहां 63 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया गया और 87 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन हुआ.
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