नीतीश की यात्राएं-16 : मंच संचालक की भूमिका में आये नीतीश कुमार, एक एक कर पेश हुए अधिकारी
Nitish Kumar Yatra: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर प्रदेश की यात्रा पर हैं. 2005 में नवंबर महीने में मुख्यमंत्री बनने के पूर्व वे जुलाई महीने में न्याय यात्रा पर निकले थे. विकास यात्रा उनकी दूसरी यात्रा थी. नीतीश कुमार की अब तक 15 से अधिक यात्राएं हो चुकी हैं. आइये पढ़ते हैं इन यात्राओं के उद्देश्य और परिणाम के बारे में प्रभात खबर पटना के राजनीतिक संपादक मिथिलेश कुमार की खास रिपोर्ट की 16वीं कड़ी..
Nitish Kumar Yatra: विकास यात्रा के दौरान खगड़िया के खटाहा-गौछारी पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से कहा अफसर नहीं सुनते तो सीधे मुझसे करें शिकायत. मुख्यमंत्री की विकास यात्रा अनवरत जारी थी. खटाहा-गौछारी में मुख्यमंत्री पूरे लौ में थे. खटाहा-गौछारी जिले के गोगरी प्रखंड में स्थित है. यहां मुख्यमंत्री ने आम लोगों से सीधे संवाद किया. उन्होंने कहा कि यदि आपकी बात अफसर नहीं सुन रहे तो आप मुझसे सीधे संवाद करिये. मेरे पते पर शिकायत भेजिये. मंच पर एक लाइन से मुख्य सचिव आरजे एम पिल्लई, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह, बिजली बोर्ड के अध्यक्ष स्वपन मुखर्जी और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव भानू प्रताप शर्मा मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों से बारी-बारी से विभाग की बातों को रखने का निर्देश दिया. मंच संचालक की भूमिका में आये मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों से अपने सरकारी मोबाइल नंबर भी जारी करवाए.
तनाव की खेती खत्म करने की अपील
नीतीश कुमार ने लोगों से तनाव की खेती खत्म करने की अपील की. उन्होंने कहा कि उनके पिता वैद्य थे, वो नाड़ी पकड़ बीमारी पहचानते थे, वो तो चेहरा देख कर बीमारी पहचान लेता हैं. नरेगा की शिकायत पर सबसे पहले उन दिनों के ग्रामीण विकास विभाग के सचिव एसएम राजू की पेशी हुई. उन्होंने कहा कि शिकायतों का निपटारा जल्द होगा. बिजली की किल्लत की समस्या आयी तो मुख्यमंत्री ने बिजली बोर्ड के अध्यक्ष स्वपन मुखर्जी को खड़ा किया यह कहते हुए कि बिजली तो कभी कभी आती है, ज्यादा समय तो गायब ही रहती है. स्वपन मुखर्जी ने अपना नंबर मंच से बताया. मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा– “आप सब नोट कर लीजिये. ट्रांसफार्मर बदलने में कोई घूस मांगे तो इनके नंबर पर खबर कर दीजियेगा. घुसखोर पकड़ा जायेगा. जेल भी जायेगा.” स्वपन मुखर्जी ने कहा– “आप सब मेसेज भी कर सकते हैं.”
सुधरेगी बीपीएल सूची में त्रुटियां
अब खाद्य उपभोक्ता विभाग के प्रधान सचिव त्रिपुरारी शरण की बारी थी. बीपीएल सूची में गड़बड़ी की शिकायतें थी. शरण ने सफाई दी– “2008 की बीपीएल सूची में त्रुटियां थी. 56 लाख आपत्तियां आयीं, अब सुधार की जा रही है. अब हरेक राशन की दुकान पर निगरानी के लिए समिति बनेगी. एसडीओ स्तर पर निगरानी की अंतिम जिम्मेवारी होगी. उन्होंने बताया कि जब तक सूची सुधर नहीं जाती तब तक एपीएल और बीपीएल दोनों ही कोटि के लोगों को किरासन तेल का आवंटन जारी रहेगा.” स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख भानू प्रताप शर्मा ने कहा कि “आशा, जननी और बाल सुरक्षा योजना का भुगतान जल्द होगा. संविदा पर बहाल डॉक्टर और पैरा मेडिकल कर्मियों के कान्ट्रैक्ट का नवीकरण होगा. उन्होंने अपना मोबाइल नंबर बताया.”
मक्के से इथेनॉल बनाने की घोषणा
शिक्षा विभाग के प्रमुख अंजनी कुमार सिंह की बारी आयी तो सबसे पहले उन्होंने अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया. अंजनी कुमार सिंह ने मंच से कहा कि विद्यालय शिक्षा समिति के लिए अब चुनाव होगा. चुनाव में वही अभिभावक वोट देंगे, जिनके बच्चे उस स्कूल में पढ़ते हों. विकास आयुक्त विजय राघवन ने खगड़िया के लोगों को खुशखबरी सुनायी– “इस जिले में मक्का से इथेनॉल बनेगा.” पूर्णिया जिले के बेगमपुर में मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां मक्के की बड़ी खेती होती है. इथेनॉल बनेगा और रोजी रोजगार के अवसर पैदा होंगे, आर्थिक मोरचे पर भी जिले की तरक्की होगी.
Also Read : नीतीश की यात्राएं-4 : विकास का नीतीश मॉडल 2005 में ही था तैयार, ऐसे बना था सुशासन का फर्मूला