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एनएमसीएच का 24वां एलुमनाई मीट, प्रथम बैच के छात्रों को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड

प्रथम बैच के डा एल बी सिन्हा ने कहा कि अच्छा लगता है जब हम अपने बैच के लोगों से मिले, हमारे बाद के छात्र और भी बेहतर कर रहे हैं. डा सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि एनएमसीएच का अपना गौरवमयी इतिहास रहा है. यहां के छात्र देश में ही नहीं विदेशों में भी अपना परचम लहरा रहे हैं .

By Ravi Ranjan | April 7, 2024 10:30 PM
  • सुनहरी यादों को लेकर लौटे एनएमसीएच एलुमनाई
  • प्रथम बैच के छात्रों को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
  • डॉक्टरो ने एक सुर में कहा स्वस्थ रहने के लिए पर्यावरण सुरक्षित रखने की जरूरत
  • पुराने दिनों की याद को ताजा कर हुए भावुक

नालंदा मेडिकल कॉलेज यानि एनएमसीएच के 24 वें एलुमनाई मीट में आज बिहार के अलावा देश के विभिन्न क्षेत्रों और विदेशों से चिकित्सकों का दल राजधानी पटना पहुंचा. ये वे चिकित्सक हैं जो नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र रहे हैं. 1969 से लेकर अब तक के छात्र इस इस मीट में शामिल हुए. इस बार के 24वे एलुमनाई मीट के आयोजक 1991 बैच के छात्र समूह रहे. आयोजन का जिम्मा आयोजन समिति के अध्यक्ष संजय कुमार सचिव अजय कुमार अतुल वर्मा, संजीव कुमार सुधीश कुमार ,वत्सला श्रीवास्तव मिलकर संभाले हुए थे. आज दूसरे दिन पटना के सभी पर्यटन स्थल का दौरा कर अपनी यादों को संजोकर अपने घर की ओर लौट गए.

91 बैच के छात्रों द्वारा साइकिल यात्रा निकाली गई. वर्ल्ड हेल्थ डे के उपलक्ष में साइकिल यात्रा का उद्देश्य स्वस्थ रहने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखना, और प्रदूषण मुक्त समाज का उद्देश्य था. साइकिल यात्रा का नेतृत्व एलुमनाई एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय कुमार कर रहे थे. उनके साथ सचिव डा अजय कुमार, डॉ जितेंद्र मोहन सिंह,डा सुधीश कुमार, डा रोबिन कुमार दुबे सहित दर्जनों चिकित्सक ने राजभवन गोलंबर से इनकम टैक्स गोलंबर होते हुए वापस राजभवन गोलंबर तक साइकिल चला कर स्वास्थ जागरूकता का संदेश दिया. डॉक्टर ने कहा कि भागती दौड़ती जिंदगी में हमें अपने पुराने भौतिक सुविधाओं को पुनः आत्मसात करने की जरूरत है. साइकिल केवल शारीरिक रूप से ही स्वस्थ नहीं रखता बल्कि पर्यावरण सुरक्षा के लिए भी बहुत जरूरी है.

मौके पर एनएमसीएच के प्रथम बैच के छात्र भी पहुंचे जिन्होंने आज अपना अनुभव शेयर किया. जिन पुरातन छात्रों द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया, उनमें प्रथम बैच के डा एलबी सिंहा, डा चंद्रभूषण प्रसाद, डॉ महेश प्रसाद, डॉ एसके चौहान, डॉ अनिल कुमार सिंह, डॉक्टर रामजी प्रसाद सिंह, डॉक्टर सैफुल्लाह दक्षिण भारत के डॉक्टर आर रेड्डी, डॉ कमलेश तिवारी, डा जयश्री प्रसाद रहे.पहली बार एलुमनाई मीट में उन चिकित्सकों का सम्मान किया गया जिन्होंने दुर्गम क्षेत्र में रहकर और अपने करियर में अप्रत्याशित परिणाम दिया है. सम्मानित होने वालों में डा सलभ समृद्धि, डॉ सुनील कुमार, डॉ अभिषेक आनंद, डॉक्टर संजय कुमार, डॉ अभिषेक कुमार, डॉ संगीता सिंह, डॉ नीरज सिन्हा डॉ मनोज भदानी, डा शिवांगी सिन्हा, डॉ गौतम कुमार, डॉ नीरज कुमार शाह, डॉ अभिषेक बहादुर सिंह शामिल रहे.

आयोजन समिति के अध्यक्ष संजय कुमार एवं सचिव अजय कुमार ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य सिर्फ पुराने दिनों की यादों को ताजा नहीं करना था, बल्कि अपने चिकित्सकिय जीवन के अनुभव को और उससे मिली सफलता को बताना था.

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