NMCH के लापता डॉक्टर सीसीटीवी में हाजीपुर की तरफ जाते दिखे पैदल, गंगा में फिर से उतारी गयी गोताखोरों की टीम
पटना पुलिस डॉक्टर की खोज के लिए हर तरकीब पर काम कर रही है. यहां तक की दो लाख इनाम तक की घोषणा 13 मार्च को पटना पुलिस ने की. लेकिन अभी तक किसी ने भी डॉक्टर के संबंध में किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी है.
पटना. पत्रकार नगर थाने के डॉक्टर्स कॉलोनी इलाके में रहने वाले एनएमसीएच के डाॅक्टर संजय कुमार के संबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पायी है. वे एक मार्च से लापता हैं. पटना पुलिस को दिल्ली स्थित सीएफएसएल से सीसीटीवी फुटेज की जांच रिपोर्ट मिल गयी है. सीएफएसएल ने गायघाट के समीप पिलर नंबर 46 के पास मिले सीसीटीवी फुटेज की जब गहनता से जांच की तो यह पता चला कि डॉक्टर ने अपनी कार को पार्क किया और फिर हाजीपुर की ओर पैदल एक किलोमीटर तक चले हैं और उसके बाद लापता हो गये हैं.
पटना पुलिस के पास जो फुटेज था, वह रात का अंधेरा होने के कारण साफ नहीं था. लेकिन इस फुटेज काे सीएफएसएल ने अपने स्तर पर साफ कर देखा तो यह जानकारी सामने आयी. अब एक बार फिर से गंगा में खोजबीन शुरू कर दी गयी है और इस कार्य के लिए मंगलवार को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के गोताखोरों की टीम को लगा दिया गया है. सीएफएसएल की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही गंगा में फिर से तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है. इधर, सूत्रों का कहना है कि गंगा में तलाशी अभियान के दौरान तीन-चार शव मिले हैं. जिनके डीएनए की जांच करायी जायेगी.
कॉलेज का इंस्पेक्शन करने की जानकारी देकर घर से निकले थे डॉक्टर
डॉक्टर संजय कुमार एक मार्च को अपनी पत्नी सलोनी से यह कह कर निकले थे कि वे मुजफ्फरपुर में एक कॉलेज का इंस्पेक्शन करने जा रहे हैं. इसके बाद वे लापता हो गये. आनन-फानन में पत्रकार नगर थाने में मामला दर्ज करने के बाद पुलिस टीम ने जांच शुरू की और उनके डॉक्टर्स कॉलोनी स्थित घर से लेकर महात्मा गांधी सेतु तक के सीसीटीवी कैमरे को खंगाल दिया. इस दौरान पुलिस को गांधी सेतु के गायघाट के समीप एक फुटेज मिला, जिसमें डॉक्टर पटना की ओर कार की पार्किंग करने के बाद पैदल हाजीपुर की ओर बढ़ते जा रहे हैं. लेकिन फुटेज पूरी तरह स्पष्ट नहीं थी, क्योंकि उस समय अंधेरा हो चुका था. पुलिस ने उनकी कार से ही दो माेबाइल फोन व चश्मा बरामद कर लिया था.
पटना सहित नौ जिले में दर्ज यूडी केस को खंगालने के लिए टीम ने काम किया शुरू
डॉक्टर की खोज के लिए पटना पुलिस की टीमों ने अब नौ जिलों के 47 थानों में एक मार्च के बाद दर्ज हुए लावारिस शवों के संबंध में केस की जांच करने के लिए निकल गयी है. पुलिस टीम ने उन सभी थानों को डॉक्टर की फोटो भी भेजी है. साथ ही टीम हर थाने में जाकर इस बात की जानकारी ले रही है कि उनके क्षेत्र में हाल के दिनों में लावारिस लाश मिली थी या नहीं? अगर मिलने की सूचना मिलती है, तो फिर उसके फोटो से डॉक्टर के फोटो का मिलान किया जा रहा है.
इधर, पटना पुलिस डॉक्टर की खोज के लिए हर तरकीब पर काम कर रही है. यहां तक की दो लाख इनाम तक की घोषणा 13 मार्च को पटना पुलिस ने की. लेकिन अभी तक किसी ने भी डॉक्टर के संबंध में किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी है. पुलिस ने बिहार के साथ ही सटे राज्य झारखंड, पश्चिम बंगाल आदि को भी डॉक्टर की फोटो भेजी है, ताकि किसी प्रकार की जानकारी हासिल हो सके.