संवाददाता, पटना : पटना जिले में बीते 24 घंटे में 31 डेंगू के नये मरीज मिले हैं. इनमें सबसे अधिक कंकड़बाग के आठ, पाटलिपुत्र अंचल के छहए नूतन राजधानी व अजीमाबाद के चार-चार, बांकीपुर के दो व पटना सिटी के एक और बाकी मरीज ग्रामीण इलाके के रहने वाले हैं. इसके साथ ही पटना जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 508 तक पहुंच गयी है. वहीं पीएमसीएच, एनएमसीएच, एम्स और आइजीआइएमएस मिलाकर डेंगू के कुल 38 मरीज भर्ती हैं. वहीं, राज्य में डेंगू के 82 नये मरीज पाये़ डेंगू के बढ़ते केस के मद्देनजर एनएमसीएच डेंगू का विशिष्ट अस्पताल बनेगा.मंगलवार को डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने इस संबंध में पूछे जाने पर कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू के इलाज की व्यवस्था है. फिर भी अगले एक-दो दिनों में पहले के वर्षों की तरह ही एनएमसीएच को डेंगू अस्पताल के रूप में घोषित कर दिया जायेगा, जहां डेंगू का बेहतर व बड़े पैमाने पर इलाज की व्यवस्था होगी़
डेंगू व मंकी पॉक्स को लेकर अलर्ट जारी
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के साथ मंकी पॉक्स को लेकर सभी स्तर के अस्पतालों को अलर्ट जारी किया है. विभाग ने कहा है कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल, जिला अस्पताल सहित सभी तरह के अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए बेड सुरक्षित रखना अनिवार्य है. सितंबर माह में केस बढ़ने की आशंका अधिक रहती है. साथ ही मंकीपॉक्स को लेकर भी सचेत रहने को कहा गया है. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने मंगलवार को विभागीय उच्च अधिकारियों के साथ सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक और सिविल सर्जन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर डेंगू की स्थिति की समीक्षा की. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि हर हाल में प्रत्येक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 30-30 बेड डेंगू वार्ड के रूप में सुरक्षित रखें. प्रत्येक जिला अस्पताल में पांच-पांच बेड और पीएचसी व सीएचसी में दो-दो बेड डेंगू मरीजों के लिए सुरक्षित रखे जाएं. एनएमसीएच में 50 बेड सुरक्षित किया गया है. अपर मुख्य सचिव के समक्ष किये गये प्रजेंटेशन में बताया गया कि इस साल अब तक 1146 डेंगू मरीज हो चुके हैं. साथ ही इस वर्ष अब तक छह लोगों की मौत भी हो चुकी है.
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