संवाददाता, पटना : अब बरसात खत्म होने तक पटना शहर में कहीं भी सड़क की खुदाई नहीं होगी. नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने इस पर पूरी तरह रोक लगा दी है. मैनहोल को जगाने जैसे मामलों को छोड़कर जो जलनिकासी के लिए अपरिहार्य हैं. अन्य किसी भी कार्य के लिए सड़क को खोदा नहीं जायेगा. साथ ही खुदे स्थलों को भी जल्द ढकने के निर्देश दिये गये हैं और उनके पुनर्निर्माण के लिए बुडको और नगर निगम के अभियंताओं के चार संयुक्त टीमों का गठन किया गया है. नगर आयुक्त ने बुडको के पदाधिकारियों और अभियंताओं के साथ बुधवार को बैठक की. उसमें यह भी सामने आया कि बेउर, करमलीचक, सैदपुर और पहाड़ी नेटवर्क जैसी परियोजना जो पूरी हो चुकी हैं या दीधा और कंकड़बाग नेटवर्क जिन पर कार्य चल रहा है, उनके संवेदकों ने एकरारनामा की शर्तों के अनुरूप विभिन्न स्थानों पर सड़क की खुदाई के बाद उसका पुनर्निर्माण नहीं कराया. ऐसे जगहों पर जलजमाव हो सकता है और वाहनों और लोगों को आने जाने में भी परेशानी हो सकती है. उनके गिरने और चोटिल होने की भी आशंका है. लिहाजा ऐसे मामलों में कार्रवाई और सभी खुदे सड़कों का पुनर्निर्माण पूरा कराने के लिए बुडको और पटना नगर निगम अभियंताओं के चार टीमों का गठन किया गया है.
बारिश के दौरान देर रात में भी वॉकी-टॉकी से कनेक्ट रहेंगे नगर निगम एवं संप हाउस कर्मी
पटना नगर निगम ने बुधवार को बुडको को 20 वॉकी टॉकी दी. इससे बरसात के समय नगर निगम और बुडको के कर्मी एक साथ कनेक्ट रहेंगे. सभी के साथ किसी तरह की सूचना को एक साथ शेयर किया जा सकेगा. देर रात बरसात होने पर भी सभी संप हाउस के वाटर लेवल की जानकारी ली जा सकेगी. आरके एवेन्यु, योगीपुर, मंदिरी, पहाड़ी, राजापुर सहित सभी 17 संप हाउस के ऑपरेटर और तीन पदाधिकारियों को वॉकी टॉकी दी गयी. वहीं वार्ड स्तर पर जलनिकासी की समस्याओं को दूर करने के लिए नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने पटना सिटी और अजीमाबाद अंचल के पार्षदों के साथ बैठक की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है