पटना : एक मंत्री के निजी सहायक के जहानाबाद स्थित आवास पर लॉकडाउन के दौरान हुई मछली पार्टी में शामिल हुए एसडीपीओ प्रभात भूषण श्रीवास्तव की मुश्किलें बढ़ गयी है़ं जांच में पाया गया है कि उस पार्टी में उनके साथ कुख्यात पांडव गिरोह से जुड़ा प्रवीण शर्मा भी मौजूद था़ सरकार ने श्रीवास्तव विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है़ गृह विभाग ने बचाव का एक मौका और देते हुए 15 दिन में आरोपों के खिलाफ साक्ष्य देने को कहा है़
आरोपित अधिकारी के खिलाफ गवाही देने वालों में एसपी जहानाबाद सहित दो आइपीएस और अन्य अफसर है़ं लाॅकडाउन के दौरान एक मंत्री के निजी सहायक पिंटू यादव के जहानाबाद के सुगांव स्थित नये घर में 15 अप्रैल को मछली पार्टी हुई थी. इसमें कई अफसरों के साथ प्रभात भूषण श्रीवास्तव भी शामिल हुए थे़ उस समय वह एसडीपीओ जहानाबाद थे़ इसमें एसडीपीओ के साथ 38 लोगों पर एफआइआर हुई थी़
श्रीवास्तव को निलंबित कर आइजी पूर्णिया कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया था़ मामले ही जांच एएसपी जहानाबाद ने की़ पिंटू ने पुलिस को दिये बयान में एसडीपीओ की मौजूदगी स्वीकारी है़ गृह विभाग ने माना है कि श्रीवास्तव ने पूरे घटनाक्रम में अपनी प्रतिक्रिया देर समर्पित की़ उसमें भी आरोपों का खंडन नहीं किया है़ बचाव में कोई साक्ष्य भी नहीं दे सके है़ं
प्रभात भूषण श्रीवास्तव के खिलाफ आरोपों का दस्तावेज 11 पन्नों का है़ इसमें लॉकडाउन का उल्लंघन, आदेशों का उल्लंघन, उद्दंडता, कर्तव्यहीनता, ड्यूटी में घोर लापरवाही, गैरकानूनी कार्य में शामिल होना जैसे संगीन आरोप है़ं इन आरोपों काे साबित करने वाले गवाहों में जहानाबाद के एसपी मनीष कुमार, आइपीएस पंकज कुमार (एएसपी ) ओपी अध्यक्ष समेत एसपी के रीडर भी है़ं