कैंपस : दो स्कोर समान होने के बाद एनटीए ने एआइआर निर्धारण में नौ मापदंड अपनाये
जेइइ मेन में इस वर्ष पहली बार विद्यार्थियों के हायर एनटीए स्कोर में टाइ लगने यानी दो स्कोर के समान होने पर रैंक के निर्धारण के लिए नौ मापदंड निर्धारित किये गये हैं
संवाददाता, पटना जेइइ मेन में इस वर्ष पहली बार विद्यार्थियों के हायर एनटीए स्कोर में टाइ लगने यानी दो स्कोर के समान होने पर रैंक के निर्धारण के लिए नौ मापदंड निर्धारित किये गये हैं, जिसमें यदि दो विद्यार्थियों के टोटल एनटीए स्कोर समान आते हैं, तो ऑल इंडिया रैंक निर्धारण में सर्वप्रथम मैथेमेटिक्स का एनटीए स्कोर देखा जाता है. यह समान होने पर फिजिक्स, इसके बाद केमिस्ट्री का एनटीए स्कोर, फिर सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाता है. इस स्थिति में टाइ लगने पर विषयवार मैथेमेटिक्स के सही व गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात, यहां भी टाइ लगने पर फिजिक्स के सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात, उसमें टाइ लगने पर केमिस्ट्री के सही व गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाता है. उपरोक्त सभी मापदंडों में भी टाइ लगने की स्थिति में जिस विद्यार्थी की आयु ज्यादा होगी, उसे ऑल इंडिया रैंक में प्राथमिकता दी जाती है. आयु के मापदंड के स्तर पर ही भी यदि टाइ की स्थिति बनती है. आवेदन क्रमांक के आरोही क्रम को प्राथमिकता दी जाती है.
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