– एनटीए के किसी भी एग्जाम में नहीं होंगे शामिल
– अनुचित साधनों के प्रयोग के चलते की कार्रवाई, तीन साल तक परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे-मल्टीपल एप्लीकेशन फॉर्म को लेकर स्थिति स्पष्ट की, कहा जो बेस्ट स्कोर था, वह जारी कर दिया गया हैसंवाददाता, पटना
जेइइ मेन के दौरान अनुचित साधनों के प्रयोग के मामलों में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने 39 स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन वर्ष के लिए परीक्षा से वंचित (डिबार) कर दिया है. इसको लेकर एनटीए ने आदेश जारी कर दिया है. जेइइ मेन अप्रैल सत्र की परीक्षा चार अप्रैल से शुरू हुई थी. परीक्षा के पहले दिन ही नकल करते हुए 10 परीक्षार्थियों को पकड़ा गया था. इसके बाद प्रभात खबर ने छह अप्रैल को ‘पहले दिन नकल करते हुए धराये 10 लोग, दूसरे दिन के पेपर वारयल’ हेडिंग से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी. इसके बाद इस खबर का फॉलोअप भी किया गया. सात अप्रैल को ‘जेइइ मेन: टेलीग्राम पर पांच हजार में बिक रहे पेपर’ हेडिंग से खबर प्रकाशित की गयी थी. इसके बाद एनटीए ने एफआइआर दर्ज करवा कर जांच शुरू की. इसमें टेलीग्राम के लिंक को बंद कराया था. इसके बाद अलग-अलग राज्यों से 39 स्टूडेंट्स पर कार्रवाई की गयी. इन सभी स्टूडेंट्स पर फर्जीवाड़े में कार्रवाई की गयी. इसके बाद तीन साल के लिए एनटीए के किसी भी एग्जाम से वंचित कर दिया गया. कैरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस संबंध में एनटीए ने नोटिफिकेशन जारी किया है. इसमें मल्टीपल एप्लीकेशन फॉर्म से परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के रोके गये परिणामों तथा अनुचित साधनों के प्रयोग के चलते की गयी कार्रवाई की जानकारी दी गयी है.जो बेस्ट स्कोर था उसे जारी कर दिया गया है: एनटीए
प्रभात खबर ने 27 अप्रैल को ‘जेइइ मेन: डुप्लीकेट एप्लीकेशन नंबर वाले विद्यार्थियों के परिणाम रोके गये’ हेडिंग से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी. इस पर एनटीए ने कहा है कि जेइइ मेन सेशन-1 व 2 के जारी किये गये परिणामों में कई स्टूडेंट्स के परिणाम रोक दिये गये थे. इन स्टूडेंट्स की ओर से लगातार इ-मेल व अन्य माध्यमों से कारण पूछे जा रहे थे. इस पर इसके बाद एक मई को पब्लिक नोटिस जारी कर कहा कि इन्फॉर्मेशन बुलेटिन में यह बता दिया गया था कि एक स्टूडेंट द्वारा मल्टीपल एप्लीकेशन फॉर्म भरे जाने को स्वीकार नहीं किया जायेगा. ऐसा पाये जाने पर रिजल्ट रोका जा सकता है या निरस्त किया जा सकता है. एक से अधिक आवेदनों को अनुचित साधनों का प्रयोग (अनफेयर मींस) में शामिल किया जायेगा और सख्त कार्रवाई की जायेगी. एनटीए ने स्पष्ट किया कि न्यायालय के निर्देशों के अनुसार एक ही वर्ष में एक स्टूडेंट अलग-अलग एप्लीकेशन फार्म से दो स्कोर कार्ड प्राप्त नहीं कर सकते. अतः ऐसे स्टूडेंट्स जिन्होंने अलग-अलग एप्लीकेशन नंबर से परीक्षाएं दी हैं, उनका जो बेस्ट स्कोर था, उसे जारी कर दिया गया है. इसकी अधिक जानकारी जेइइ मेन के इमेल पर ली जा सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है