कैंपस : जिले के स्कूलों में आइसीटी लैब की बढ़ेगी संख्या, इ-लाइब्रेरी की भी मिलेगी सुविधा
अब जिले के स्कूलों में आइसीटी लैब की संख्या बढ़ायी जायेगी. जिले के 437 स्कूलों में आइसीटी लैब तैयार की जायेगी.
संवाददाता, पटना
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को कंप्यूटर विषय की बेहतर जानकारी देने और प्रैक्टिकल क्लास आयोजित कराने के लिए चयनित स्कूलों में इन्फॉर्मेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी (आइसीटी) लैब तैयार किया जा रहा है. अब जिले के स्कूलों में आइसीटी लैब की संख्या बढ़ायी जायेगी. जिले के 437 स्कूलों में आइसीटी लैब तैयार किया जायेगा. इससे पहले जिले के 175 स्कूलों को आइसीटी लैब तैयार करने के लिए चयनित किया गया था. मंगलवार को डीइओ संजय कुमार ने स्कूलों में आइसीटी लैब तैयार करने वाले एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की. बैठक में लक्ष्य के अनुरूप पहले चरण में मई तक जिले के 175 स्कूलों में आइसीटी लैब का तैयार करने का निर्देश दिया गया है. फिलहाल जिले के 153 स्कूलों में आइसीटी लैब तैयार किये गये हैं. बैठक में लैब निर्माण में आने वाली परेशानियों का भी जायजा लिया गया. इसके साथ ही मानक के अनुरूप ही लैब में उपकरण लगाने का निर्देश दिया गया. आइसीटी लैब में पढ़ाई के साथ ही सरकारी स्कूलों में चलने वाले शैक्षणिक कार्यक्रम और स्कूल की ओर से आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की जानकारी भी ऑनलाइन साझा की जायेगी.लैब में ही होगी ऑनलाइन बैठक की व्यवस्था
जिन स्कूलों में आइसीटी लैब तैयार की गयी हैं, वहीं से स्कूलों के प्रधान ऑनलाइन बैठक में शामिल हो सकेंगे. इसके लिए लैब में ही ऐसी व्यवस्था की गयी है कि एक साथ 10 से 20 लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हो सकेंगे. लैब निर्माण से स्कूल की मॉनीटरिंग करने में भी आसानी होगी. शिक्षा विभाग की ओर से राज्य के सरकारी स्कूलों में आइसीटी लैब का निर्माण कराने का मुख्य उद्देश्य बच्चों को कंप्यूटर की बेहतर शिक्षा प्रदान कराना है. इसके साथ ही उन्हें पढ़ाई में कंप्यूटर की उपयोगिता के महत्व को समझाना है. हालांकि अब तक जिले में कुल 90 स्कूलों में ही आइसीटी लैब का निर्माण किया गया है. शिक्षा विभाग की ओर से लैब निर्माण की जिम्मेदारी प्राइवेट एजेंसी को दी गयी है. इसके साथ ही विभाग ने चयनित छह एजेंसियों को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि इस माह के अंत तक सभी चयनित एजेंसियों को 175 स्कूलों में लैब निर्माण का कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया है. विभाग की ओर से एजेंसियों को स्कूलों में बिल्ड ऑन ऑपरेट मॉडल के तहत ही लैब निर्माण करने आदेश दिया है, जिसके तहत एजेंसियों को दिये गये स्पेसिफिकेशन के तहत ही उपकरण लगाना अनिवार्य है.इ-लाइब्रेरी की भी विद्यार्थियों को मिलेगी सुविधा
आइसीटी लैब में विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम की किताबों को भी पढ़ने की सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही एससीइआरटी की ओर से इ-लाइब्रेरी में अपलोड की गयी किताबें भी विद्यार्थी पढ़ सकेंगे, साथ ही सवालों को भी हल कर सकेंगे. विद्यार्थियों को ऑनलाइन टेस्ट और ऑनलाइन टेस्ट का भी प्रशिक्षण दिया जायेगा. आइसीटी लैब की मदद से विद्यार्थी एससीइआरटी द्वारा तैयार किये अलग-अलग विषय और टॉपिक आधारित वीडियो से भी पढ़ाई कर सकेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है