पटना : अनलॉक के पहले दिन सोमवार को पटना के अस्पतालों में मरीजों की संख्या में बीते दिनों की अपेक्षा काफी बढ़ोतरी दर्ज की गयी. गाड़ियां चलने से पटना के बाहर के मरीज भी बड़ी संख्या में अस्पतालों में इलाज कराने पहुंचे. अस्पतालों की ओपीडी में लंबे समय के बाद मरीजों की लंबी लाइनें दिखीं. कोरोना से इतर दूसरी बीमारियों के मरीजों का इलाज लॉकडाउन के दौरान प्रभावित हो रहा था, लेकिन लॉकडाउन से राहत मिलते ही घरों में बंद ओपीडी के मरीजों ने बड़ी संख्या में अस्पतालों का रूख किया.
पीएमसीएच में दूसरे जिलों से आने वालों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गयी. यहां विभिन्न विभागों में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है. उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में यहां मरीजाें की संख्या और बढ़ेगी. वहीं, आइजीआइएमएस में ओपीडी कुछ शर्तों के साथ चलती दिखी. इसकी ओपीडी में मंगलवार को करीब 650 मरीजों ने डॉक्टरों को दिखाया. वहीं, लॉकडाउन के दौरान यह संख्या करीब 300 रहती थी. यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए मरीज ओपीडी में अपनी बारी आने का इंतजार करते दिखे. आइजीआइएमएस के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने बताया कि हमारे यहां ओपीडी चल रही है़ अनलॉक होने के बाद मरीजों की संख्या बढ़ी है.
न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में लॉकडाउन के दौरान जहां 150 से 180 मरीज ओपीडी में आते थे, वहीं सोमवार को अनलॉक लागू होते ही यह संख्या बढ़ कर करीब 300 हो गयी. यहां हमने पाया कि बच्चों को टीके भी लग रहे थे. अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि हमारे यहां सोमवार को मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गयी. मरीजों की संख्या बढ़ने पर भी हमने सोशल डिस्टेंसंग का ख्याल रखा. अस्पताल के गेट से इन करते ही लाइन लगाकर प्रवेश दिया गया़ एक एक मरीजों को डॉक्टरों के पास भेजा गया.
वहीं राजवंशी नगर स्थित एलएनजेपी अस्पताल में भी करीब 160 मरीज पहुंचे. यहां आने वाले मरीजों की थर्मल स्क्रिनिंग की गयी. गोला बनाकर ही मरीजाें को खड़ा रखा जा रहा था ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाये. अाने वाले मरीजों को बताया जा रहा था कि आपकी बीमारी के मुताबिक किस कमरे में जाना है. इसके अधीक्षक डॉ सुभाष ने बताया कि सोमवार को मरीजों की संख्या पहले से कुछ बढ़ी है. हम लोग इस बात का विशेष ख्याल रख रहे हैं कि कोरोना का संक्रमण नहीं फैले, इसके लिये यहां कई उपाय किये गये हैं.
Posted By : Rajat Kumar