बिहार के अधिकारी सीखेंगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का गुर

बिहार के अधिकारी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) के सहारे शासन-प्रशासन के गुर सीखेंगे. इसके लिए बिहार लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) में एआइ पर आधारित ट्रेनिंग माॅड्यूल बनाया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 14, 2024 12:03 AM

बिपार्ड में अधिकारियों के लिए शुरू की गयी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ट्रेनिंग

संवाददाता,पटना

बिहार के अधिकारी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) के सहारे शासन-प्रशासन के गुर सीखेंगे. इसके लिए बिहार लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) में एआइ पर आधारित ट्रेनिंग माॅड्यूल बनाया गया है.बिपार्ड में स्वदेशी एआइ और इक्यू प्रशासनिक प्रशिक्षण की शुरुआत की गयी है.ट्रेनिंग माॅड्यूल में बिहार नेक्स्ट-जेन लैब, नीति शाला और विकसित चिंतन कक्ष जोड़ा गया है. राज्य सरकार का मानना है कि प्रभावी शासन और नीति-निर्माण में नयी तकनीक का उपयोग कर आम लोगों को और बेहतर सुविधा दी जा सकती है.इसी कड़ी में नयी तकनीक पर आधारित व्यवस्था की गयी है. उल्लेखनीय है कि नयी तकनीकों को अपनाना सिर्फ एक विकल्प नहीं है,बल्कि यह ज्यादा स्मार्ट और ज्यादा कुशल तरीके से काम करने के लिए जरूरी है.

क्या है बिहार नेक्स्ट-जेन लैब

यह लैब प्रशासकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीकों के जरिये प्रशिक्षित करेगा. एआइ का एकीकरण न केवल अधिकारियों को सुरक्षित डेटा हैंडलिंग में सहयोग करेगा, बल्कि पूर्वानुमानात्मक विश्लेषण, नीति निर्माण और शासन में एआइ के उपयोग में सक्षम बनायेगा.

क्या है नीतिशाला

नीतिशाला में अधिकारियों को उन्नत सिमुलेशन तकनीक का उपयोग करके उन्हें प्रशासन पर आधारित वास्तविक दुनिया के परिदृश्य बनाए जाएंगे, जिनसे प्रशिक्षु बातचीत कर सकते हैं. इसमें लघु फिल्मों का एक संग्रह होगा, जिससे शासन के मुद्दों की एक अनुकूलित और व्यावहारिक समझ विकसित करने में मदद मिलेगी.इसका उद्देश्य अनुभवात्मक और भावनात्मक दृष्टिकोण से सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक प्रयोग के बीच की खाई को पाटना है.

विकसित चिंतन कक्ष

विकसित चिंतन कक्ष को एक सहयोगात्मक स्थान के रूप में बनाया जा रहा है, जहां राज्य के अधिकारी किसी विशेष मुद्दे पर चर्चा करने, विचार-विमर्श करने और निर्णायक नीतिगत निर्णय लेने के लिए एकत्र हो सकते हैं.यह आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित होगा.इसका उद्देश्य राज्य को प्रभावित करने वाले नीतिगत मामलों पर महत्वपूर्ण चर्चा और आम सहमति बनाना है. बिपार्ड की ये प्रयोगशालाएं गहन ज्ञान और खुफिया समन्वय की रीढ़ बनेंगी. यह पहल बिपार्ड को भारत में शासन प्रशिक्षण के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा.

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