देश में कोरोनावायरस के नये वेरिंएट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) का खतरा मंडरा रहा है. कई मामले सामने आ चुके हैं और संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अधिकतर मामले ट्रैवल हिस्ट्री वाले मरीजों के अंदर ही पाए जा रहे हैं. वहीं बिहार की राजधानी पटना में रोजाना बड़ी संख्या में यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है लेकिन कोविड टेस्ट के नाम पर बड़ी लापरवाही देखी जा रही है. प्रभात खबर ने पटना जंक्शन पर जांच के वास्तविकता की पड़ताल की.
कोरोना संक्रमण के नये वेरिएंट को लेकर बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. एयरपोर्ट और स्टेशनों पर जांच के लिए कर्मी तैनात किये गये हैं. गुरुवार को 24 घंटे के अंदर कुल 17 लोगों को पॉजिटिव पाया गया जिसमें 14 संक्रमित केवल पटना से ही पाए गए. कोरोना पॉजिटिव की संख्या में अचानक हुई बढ़ोतरी प्रदेश के लिए अलार्म है. वहीं पटना जंक्शन पर आज शुक्रवार को प्रभात खबर डिजिटल की टीम पहुंची तो चौंकाने वाली हकीकत सामने दिखी.
पटना जंक्शन पर 300 से अधिक ट्रेनें रोजाना ठहरती है. शुक्रवार को करीब 11 बजे दिन में प्रभात खबर डिजिटल की टीम ने पड़ताल में पाया कि गेट नंबर 1 (जहां एक्सलेटेर है) व गेट नंबर 2 से सैंकड़ो यात्री बाहर निकल रहे थे. जिसमें अधिकतर यात्री बिना मास्क लगाए ही पाए गए. वहीं बिना रोक-टोक के सभी यात्री बाहर निकल गये. जबकि मुख्य गेट पर मेडिकल टीम जांच के लिए बैठी मिली. जांच के लिए केवल 4 से 5 यात्री पाए गए. जबकि ठीक उसी समय हजारों लोग दूसरे गेटों से बेफिक्र होकर बाहर निकल रहे थे.
Also Read: Bihar News: भागलपुर में सिलेंडर ब्लास्ट के बाद आसमान में दिखी आग की लपटें, मुंगेर में आग लगने से झुलसा परिवारकोरोना संक्रमण के मामले रोजाना अब बढ़ते जा रहे हैं. गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग ने जो जानकारी जारी की है उसके अनुसार, सूबे में एक्टिव केस अब 49 हो चुके थे. जिसमें 35 मामले केवल पटना में ही हैं. पिछले दो लहरों की बात करें तो बाहर से आए लोगों की लापरवाही राज्य पर भारी पड़ चुकी है. समय रहते अगर रेल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सचेत नहीं हुआ तो बाद में इसपर लगाम लगाना बेहद मुश्किल हो सकता है.
Published By: Thakur Shaktilochan