आरा : नवरात्र व्रत को लेकर श्रद्धालुओं द्वारा मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जा रही है व मां दुर्गा को प्रसन्न करने का प्रयास किया जा रहा है. अपने घरों में ही कई श्रद्धालु कलश स्थापन कर पूजा कर रहे हैं, तो कई श्रद्धालु केवल दुर्गा सप्तशती का पाठ कर रहे हैं. इसे लेकर पूरा वातावरण आध्यात्मिक बना हुआ है. शंख ध्वनि व मंत्रोच्चार से वातावरण गूंज रहा है. सुबह से ही श्रद्धालुओं ने घर की सफाई करने के बाद मां की पूजा-अर्चना शुरू कर दी.
इससे पूरा वातावरण मां दुर्गामय हो गया. पूजा से होती है शुभ फल की प्राप्तिमां कालरात्रि की पूजा से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इस कारण मां कालरात्रि को शुभंकरी के नाम से भी पुकारा जाता है. मां कालरात्रि की पूजा करने से आकस्मिक संकटों से रक्षा होती है. वहीं, रातरानी का पुष्प अर्पित करने से जल्द प्रसन्न होती है. मां की पूजा का मुहूर्त प्रात:काल तीन बजकर 14 मिनट से एक अप्रैल बुधवार को प्रात:काल तीन बजकर 49 मिनट तक है.श्री रामभक्त कर रहे हैं भगवान की पूजाभगवान श्री राम के भक्तों द्वारा भी उनकी पूजा की जा रही है. कई भक्त सुबह में स्नान/ ध्यान कर भगवान की आरती लगा रहे हैं व भजन गा रहे हैं. वहीं, कई भक्त आरती के साथ रामचरितमानस का नवाह परायण पाठ कर रहे हैं. मंगलवार को भक्तों ने सातवां नवाह परायण पाठ विधि-विधान के साथ संपन्न किया. गुरुवार को भगवान श्री राम के भक्त उनके अवतरण दिवस पर रामनवमी का पर्व मनायेंगे व प्रभु का विधि-विधान से पूजा-पाठ करेंगे.