कोरोना का खौफ : बिहार की नौ जेलों से एक हजार कैदी दूसरे जेलों में किये गये सिफ्ट
कारागारों में किसी भी प्रकार का संक्रमण न फैले इससे बचाव के लिये युद्ध स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं. वायरस से बचाने के लिये जेलों में कैदियों की भीड़ को कम किया जा रहा है
पटना : कारागारों में किसी भी प्रकार का संक्रमण न फैले इससे बचाव के लिये युद्ध स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं. वायरस से बचाने के लिये जेलों में कैदियों की भीड़ को कम किया जा रहा है. इसी कड़ी में को बेऊर, जमुई, औरंगाबाद, सीतामढ़ी, बाढ. , पूर्णिया, भभुआ , छपरा, मधेपुरा जेल से एक हजार कैदियों को उन जेलों में भेजा गया जहां कम कैदी हैं.
बता दें कि राज्य की 59 जेलों में करीब 39 हजार 500 कैदी हैं. इन जेलों में 44920 कैदियों को रखने की क्षमता है. नौ जेलों में क्षमता से अधिक कैदी थे. दूसरी जेलों में भेजे गये कैदियों में छोटे मोटे अपराध में सजा काटने वालों की संख्या अधिक है. इससे पहले भी कई कदम उठाये जा चुके हैं. नियमित चेकअप कराया जा रहा है. जिन बंदियों को छींक या खांसी की शिकायत है उन पर विशेष नजर रखी जा रही है. बंदियों से मुलाकात वीडियो कांफ्रेंस के जरिये करायी जा रही है. जेल आईजी मिथिलेश मिश्र ने बताया कि कैदियों को महामारी से बचाने के लिये हर संभव कदम उठाये जा रहे हैं. करीब एक हजार कैदियों को सोमवार को उन जेलों में भेजा गया जहां पर क्षमता से कम कैदी हैं.
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच रविवार का दिन रात देने वाला रहा. लेकिन उसके बाद सोमवार को फिर दो कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 66 रही. वहीं, अबतक 29 पॉजिटिव मरीज स्वस्थ होकर अपने घर भी चले गए. राज्य में अभी तक 6676 सैंपल की जांच की गई है. बता दें कि बिहार में अब तक मात्र एक व्यक्ति की कोरोना के कारण मृत्यु हुई है.