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कैंपस : ट्रायल के पहले दिन जिले के 14,948 में से 1189 शिक्षकों ने ही बनायी ऑनलाइन उपस्थिति

शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों की एप के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर मंगलवार से ट्रायल शुरू किया गया है

By Prabhat Khabar News Desk | June 25, 2024 8:33 PM

सर्वर और एप्लिकेशन में तकनीकी खराबी होने के कारण शिक्षकों को हुई परेशानी

संवाददाता, पटना

शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों की एप के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर मंगलवार से ट्रायल शुरू किया गया है. ट्रायल के पहले दिन ही विभाग के इ-शिक्षा कोष सर्वर और एप में तकनीकी खराबी होने की वजह से शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. ट्रायल के पहले दिन जिले के कुल 14,948 शिक्षकों में मात्र 1189 शिक्षकों ही ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करा सके. जिले के मात्र आठ प्रतिशत शिक्षक ही इन और आउट की उपस्थिति एप के माध्यम से दर्ज करा पाये हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि फिलहाल तीन महीने तक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में उपस्थिति शिक्षक दर्ज करायेंगे. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन उपस्थिति बनाने में शिक्षकों को जो समस्या हो रही है, उसकी शिकायत शिक्षक गठित किये गये कोषांग को बतायेंगे. शिक्षकों की समस्याओं के निबटारे के लिए विभाग को इसकी जानकारी दी जायेगी.

एप में लोकेशन डिटेक्ट करने में हो रही अधिक परेशानी

ट्रायल के पहले दिन सबसे अधिक एप में लोकेशन डिटेक्ट नहीं होने की वजह से हुई. शिक्षकों के स्कूल के अंदर भी रहने पर लोकेशन 500 मीटर से बाहर शो कर रहा था. जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से ऑनलाइन उपस्थिति पर नजर रखने वाले कोषांग की ओर से बताया गया कि यह समस्या ज्यादातर उन शिक्षकों को हुई है, जिन्होंने लैटिट्यूड और लांगिट्यूड को अपडेट नहीं करवाया है. जिन शिक्षकों को लोकेशन संबंधी दिक्कतें हो रही हैं, उन्हें ऑनलाइन माध्यम से ही इसे एप्रूव कराना होगा. इसके अलावा जिन शिक्षकों की परमानेंट आइडी एक्टिवेट नहीं थी, उन्हें भी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने में परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही फोटो कैप्चर और एप इन एक्टिवेट नहीं होने की वजह से भी ऑनलाइन उपस्थिति काफी कम दर्ज हो पायी है. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि शिक्षकों की शिकायत के बाद बुधवार से तीन माह तक शिक्षक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों स्तर पर उपस्थिति दर्ज कर सकेंगे. लेकिन ऑनलाइन उपस्थिति प्रतिदिन दर्ज करना अनिवार्य है. ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने में जो भी समस्या हो रही है, गठित किये गये कोषांग से इसकी शिकायत करें.

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