15 माह में सिर्फ 40% काम, मार्च तक होना है निर्माण
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा चल रहे बाकरगंज नाले के पुनर्निर्माण कार्य को नये साल में फिर से गति मिल गयी है. पिछले कई महीनों से रुका यह कार्य अब तेजी से आगे बढ़ रहा है.
संवाददाता, पटना
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा चल रहे बाकरगंज नाले के पुनर्निर्माण कार्य को नये साल में फिर से गति मिल गयी है. पिछले कई महीनों से रुका यह कार्य अब तेजी से आगे बढ़ रहा है. अभी रिटेनिंग वॉल तैयार करने और ढलाई का काम चल रहा है. सुविधा के अनुसार पार्ट-पार्ट में नाले को तैयार किया जा रहा है. हालांकि, मार्च 2025 में इसे पूरा करने का लक्ष्य है. जबकि, अभी तक 15 माह में महज 40 फीसदी ही काम हो पाया है. इस परियोजना पर करीब 19 करोड़ की लागत से डेढ़ किमी लंबी दो लेन वाली सड़क का निर्माण किया जायेगा. यह कार्य बुडको द्वारा किया जा रहा है. हालांकि, नाले के किनारे अतिक्रमण से अभी भी काम में बाधा आ रही है. इसमें ज्यादातर झोपड़पट्टी हैं.
बीते वर्ष जून में ही पूरा होना था काम : जून 2024 में नाले को ढक कर सड़क का निर्माण होना था. लेकिन, सुरक्षा कारणों से यह कार्य स्थगित कर दिया गया था. जिला रिकॉर्ड रूम के पीछे स्थित जर्जर सरकारी भवन के गिरने का खतरा था. उमा सिनेमा हॉल के पीछे के क्षेत्र में संकीर्ण जगह और मानसून में भारी जलजमाव के कारण भी काम रुका हुआ था. अब उमा सिनेमा के पास पानी को डायवर्ट कर दिया गया है और पुरानी बसावट को शिफ्ट किया गया है. बाकरगंज नाला पहले एक नहर हुआ करता था, जिसकी चौड़ाई करीब 40 फुट थी. लेकिन, बढ़ती आबादी और अतिक्रमण से यह संकरी हो गयी. नाले के किनारे पक्के निर्माण कर दिये गये थे और शुरुआत में इसे संरक्षित नहीं किया गया. हालांकि, अब इस पर सड़क निर्माण से हल्के वाहनों के चलने में आसानी होगी. वहीं पानी निकलने में मदद मिलेगी. इससे कदमकुआं, दलदली, बारीपथ, सब्जीबाग और पीरमुहानी इलाके के लोगों को सुविधा होगी.
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