संवाददाता, पटना: डीएम के निर्देश पर जिले में दाखिल-खारिज व परिमार्जन के आवेदन के निबटारे में तेजी आयी है. 15 दिनों में दाखिल-खारिज के 8940 मामलों का निबटारा हुआ. लेकिन बेलछी अंचल में 15 दिनों में दाखिल-खारिज के सिर्फ छह आवेदनों का निबटारा हुआ़ इससे नाराज डीएम ने बेलछी के सीओ को शो-कॉज करते हुए सुधार करने का निर्देश दिया गया है. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने सोमवार को राजस्व की समीक्षा बैठक की. उन्होंने इ-म्यूटेशन, परिमार्जन, भू-अर्जन, नापीवाद, सीमांकन सहित विभिन्न मामलों में प्रगति का जायजा लिया.
समय सीमा के बाद आवेदन लंबित रहने पर कार्रवाई
डीएम ने कहा कि किसी भी अंचल में दाखिल-खारिज व परिमार्जन का एक भी आवेदन समय सीमा के बाद लंबित नहीं रहना चाहिए, अन्यथा सीओ पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. डीएम ने कहा कि 75 दिनों से अधिक सबसे लंबित दाखिल-खारिज के मामले की टीम बनाकर जांच करायी जायेगी. उन्होंने डीसीएलआर को प्रत्येक सप्ताह कम से कम एक अंचल का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया.
अब भी दाखिल-खारिज के 73632 मामले लंबित
डीएम ने कहा कि अभी दाखिल-खारिज के लंबित मामलों की संख्या 73632 है. इनमें 28125 आवेदन 21 दिनों और 35111 आवेदन 63 दिनों से अधिक समय से लंबित हैं. 15 दिनों में 8940 आवेदन निष्पादित किये गये, जबकि 6199 नये आवेदन प्राप्त हुए. बेलछी अंचल में 15 दिनों में दाखिल-खारिज के सिर्फ छह आवेदनों को निष्पादित किया गया है. खराब प्रदर्शन करने वाले अंचलों में पटना सदर में 4655 ले, संपतचक में 3907, बिहटा में 3778, फुलवारीशरीफ में 3435 व दानापुर में 2420 मामले लंबित हैं. अंचलाधिकारियों को 90 दिनों से अधिक समय से अतिक्रमण के लंबित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निबटारा करने का निर्देश दिया. डीएम ने 234 से अधिक अतिक्रमणवाद मामले का निबटारा करने को कहा. डीएम ने अपर समाहर्ता को लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए प्रस्ताव देने का निर्देश दिया. जिले में 29 जुलाई तक परिमार्जन के 2.99 लाख प्राप्त आवेदनों में से 2.54 लाख आवेदनों (99.45 प्रतिशत) का निबटारा किया गया.
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