संवाददाता, पटना बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने शिक्षकों को इ-शिक्षाकोष पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य कर दिया है. परिषद ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिख कर कहा है कि उन्हीं शिक्षकों की वेतन की अनुशंसा की जायेगी, जिनकी उपस्थिति पोर्टल पर ऑनलाइन दर्ज होगी. उन्हीं शिक्षकों को वेतन मिलेगा, जो प्रतिदिन दिन इ-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे. परिषद के निर्देश पर गुरुवार से जिला स्तर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पोर्टल पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ. यह प्रशिक्षण 29 जून तक प्रतिदिन दोपहर तीन बजे आयोजित होगा. इसमें सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारी शामिल होंगे. ये अधिकारी अपने-अपने जिले और प्रखंडों में किसी एक-एक कर्मी को मास्टर ट्रेनर तैयार करेंगे. ये मास्टर ट्रेनर स्कूलों में जाकर प्रधानाध्यापक व शिक्षकों को इसकी जानकारी देंगे. इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि बहुत सारे शिक्षकों को पोर्टल पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में परेशानी हो रही है. प्रखंड स्तर पर एक से छह जुलाई तक प्रधानाध्यापक व शिक्षक प्रशिक्षण दिया जायेगा. ये मास्टर ट्रेनर स्कूल स्तर पर अन्य शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए ट्रेनिंग देंगे. जिला स्तर पर निगरानी कोषांग गठित किया गया है, जिसमें प्रतिदिन शिक्षकों को उपस्थिति दर्ज करने में होने वाली कठिनाइयों को दूर किया जायेगा. जब तक शिक्षक इसमें दक्ष नहीं हो जाते हैं, वे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों स्तर पर उपस्थिति दर्ज करेंगे. ऑफलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए मात्र तीन माह का समय दिया गया है. इसके बाद शिक्षक इ-शिक्षाकोष पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं करेंगे, तो उनका वेतन निर्गत नहीं किया जायेगा.
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