पटना. 60 दिन बाद कोविड डेडिकेटेड अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज (NMCH) में मरीजों का इलाज शुरु होगा. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार 17 जून से मरीजों का इलाज होगा और 18 जून से पहले की तरह इनडोर यानी वार्ड में मरीजों को भर्ती किया जायेगा.
कोरोना के मरीजों की संख्या कम होने के बाद जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से इसकी मांग की थी. मांग के 24 घंटे के अंदर ही एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ बिनोद सिंह ने डेडिकेटेड अस्पताल को सामान्य मरीजों के लिए चालू करने का आदेश जारी कर दिया.
17 जून से ओपीडी (OPD) में सभी विभाग के मरीजों का इलाज होगा. इसको लेकर 16 जून को सभी वार्ड में सैनिटाइजेशन का काम भी किया गया. सैनिटाइजेशन के दौरान ही मरीजों को वार्ड में भर्ती करने की भी व्यवस्था बनाई गई. 18 जून से गंभीर मरीजों को यहां पर भर्ती कराया जाएगा. एनएमसीएच के मेडिकल सुपरिटेंड डॉ बिनोद का कहना है कि ओपीडी चालू करने के लिए कोरोना के मरीजों को एमसीएच बिल्डिंग में शिफ्ट किया जा रहा है. ब्लैक फंगस के मरीजों को ईएनटी (ENT) में रखा जाएगा. इनडोर मरीजों के लिए सैनिटाइजेशन का काम शुरु कर दिया गया है.
दूसरी लहर में 17 अप्रैल को बना था डेडिकेटेड हॉस्पिटल
कोरोना के दूसरी लहर में भी एनएमसीएच को ही कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाया गया है. पहली लहर में 24 मार्च 2020 को इसे कोरोना के लिए डेडिकेटेड बनाया गया था. 5 अक्टूबर 2020 तक यह कोविड मरीजों के लिए ही काम करता रहा. कोविड अस्पताल में सिर्फ कोरोना मरीजों का ही इलाज हो रहा था.
दूसरी बार 17 अप्रैल 2021 को कोविड मरीजों के लिए समर्पित किया गया था. इसके बाद करीब 60 दिनों तक यहां पर सिर्फ कोविड के मरीजों का ही इलाज चल रहा था. कोविड की दूसरी लहर पर अब काफी हद तक ब्रेक लग चुका है. पिछले कई दिनों से रोगियों की कुल संख्या लगभग 50 है. इसको देखते हुए जूनियर डॉक्टरों ने प्रधान सचिव से गैर-कोविड रोगियों को भी सामान्य उपचार की अनुमति देने मांग किया था.