पीएमसीएच, एनएमसीएच व एम्स में ओपीडी में नहीं हुआ इलाज, सर्जरी टली

कोलकाता में रेप के बाद महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में मंगलवार को पीएमसीएच, एनएमसीएच और एम्स में जूनियर डॉक्टर ने कार्य का बहिष्कार किया. इसके कारण ओपीडी में मरीजों का इलाज और ओटी में ऑपरेशन नहीं हो सका.

By Prabhat Khabar News Desk | August 14, 2024 1:29 AM

संवाददाता, पटना : कोलकाता में दुष्कर्म के बाद महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में मंगलवार को पीएमसीएच और पटना एम्स में जूनियर डॉक्टर ने कार्य का बहिष्कार किया, जबकि एनएमसीएच में लगातार दूसरे दिन भी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी रही. इसके कारण ओपीडी में मरीजों का इलाज और ओटी में ऑपरेशन नहीं हो सका. हालांकि, इमरजेंसी सेवा चालू रही. हड़ताल के कारण पीएमसीएच में 41 सर्जरी नहीं हो पायीं, जबकि 2 हजार से अधिक मरीज बिना इलाज के लौट गये. इसी तरह एनसीएच में करीब डेढ़ दर्जन सर्जरी टालनी पड़ी. वहीं, इन मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डॉक्टरांें धरना-प्रदर्शन भी किया. इलाज के लिए पहुंचे दूरदराज से आये मरीजों को निराश लौटना पड़ा. रजिस्ट्रेशन काउंटर व ओटी खुलते ही जड़ा ताला : पीएमसीएच का रजिस्ट्रेशन काउंटर खुलते ही एकजुट जूनियर डॉक्टर पहुंच गये और हंगामा करते हुए काउंटर बंद करा दिया. डॉक्टरों ने काउंटर कर्मियों को बाहर निकाला और गेट में ताला जड़ दिया. इससे रजिस्ट्रेशन पूरी तरह से बंद हो गया. सिर्फ शुरुआत के 10 मिनट में 08 मरीजों का ही रजिस्ट्रेशन हो पाया. जबकि यहां रोजाना दो हजार मरीजों का ओपीडी में इलाज के लिए रजिस्ट्रेशन होता है. आक्रोशित जूनियर डॉक्टर राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक, स्त्री एवं प्रसूति रोग, यूरोलॉजी समेत अन्य विभागों के ऑपरेशन थियेटर पहुंचे और ओटी को बंद कर दिया. इमरजेंसी में सिर्फ छह सर्जरी की गयीं, जबकि मंगलवार को 46 ऑपरेशन होने थे. एनएमसीएच में भी केंद्रीय पंजीयन काउंटर को भी खोलने के समय ही बंद करा दिया गया, जिससे मरीजों का पंजीयन नहीं हो सका. हालांकि यहां इमरजेंसी में लगभग 150 से अधिक मरीजों का उपचार किया गया.

जूनियर से लेकर सीनियर डॉक्टरों ने निकाला प्रोटेस्ट मार्च

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के विरोध में डॉक्टरों का आंदोलन देश भर में जारी है. इसी क्रम में पटना मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन, पीएमसीएच जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन, पटना एम्स रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन, बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ और आइएमए बिहार चैप्टर के सदस्यों ने एक साथ विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रोटेस्ट मार्च निकाला. इस दौरान डॉक्टरों ने प्रशासन से कोलकाता की घटना में संलिप्त आरोपित पर कड़ी कार्रवाई के साथ-साथ अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग की.

आज सभी सरकारी अस्पतालों में हड़ताल

बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ व बिहार राज्य दंत चिकित्सक संघ के डॉ यासीर हबीब ने कहा कि बुधवार को प्रदेश के सभी सरकारी अस्पताल में डॉक्टर कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर रहेंगे.वहीं पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर मंगलवार की देर रात काम पर लौट गये. पीएमसीएच जेडीए के सचिव डॉ अंकित कुमार ने बताया कि बुधवार से भी डॉक्टर अपनी रोस्टर ड्यूटी के अनुसार काम करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो रणनीति बना कर फिर से हड़ताल पर जा सकते हैं. इधर, एनएमसीएच जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की ओर से संस्थान के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह को ज्ञापन सौंप कर यहां भी डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की.

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