संवाददाता, पटना लोकसभा चुनाव में एनडीए की जीत को तय बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने शनिवार को कहा है कि विपक्षी दलों के नेता चार जून को विलाप करने की तैयारियों में जुट गये हैं. वहीं, जनता चार जून को जश्न मनाने की तैयारी में लगी है. विपक्ष द्वारा हार का ठीकरा फोड़ने के लिए नये-नये बहानों की खोज की जा रही है. परिणाम आने बाद कांग्रेस-राजद सहित इंडिया गठबंधन के नेता दहाड़े मार कर रोयेंगे. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि विपक्षी दलों का मनोबल इतना गिर गया है कि इन्हें प्रधानमंत्री मोदी की साधना से भी दिक्कत होने लगी है. उनका मौन भी इनकी कारगुजारियों पर भारी पड़ रहा है. इनकी बेचैनी इतनी बढ़ गयी है इन्होंने इस पर रोक लगवाने की शिकायत भी कर दी है. यह दिखाता है कि यह लोग अभी भी अपनी गलतियों को मानने के लिए तैयार नहीं हैं. इन्हें अभी भी समझ में नहीं आया है झूठ और दुष्प्रचार की राजनीति अब देश में चलने वाली नहीं है. जनता को वंशवाद की शाही व्यवस्था से निकले ‘युवराज’ नहीं बल्कि लोकतंत्र का पालन करने वाले सेवक चाहिए. इंडिया गठबंधन को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष में यदि थोड़ी भी समझ होगी, तो वह चुनाव परिणाम के बाद झूठ की राजनीति से तौबा कर लेगा. विपक्षी नेताओं को समझ लेना चाहिए कि देश काफी आगे बढ़ चुका है, लेकिन उनकी राजनीति अभी भी 90 के दशक में फंसी हुई है. यदि उन्होंने वंशवाद, भ्रष्टाचार और घोटालों से परहेज नहीं किया , तो उनके राजनीतिक बेड़े को गर्क होने से कोई नहीं बचा सकता है.
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