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आरएसएस के इशारे पर प्रत्याशी उतारते हैं औवेसी: फातमी

मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से राजद उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री मो अली अशरफ फातमी ने ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम ) के नेता असदुद्दीन ओवैसी पर जबरदस्त हमला बोला है. कहा है कि बिहार में भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए औवेसी ने अपने उम्मीदवार उन जगहों पर उतारे हैं, जहां एनडीए से उनका मुकाबला काफी नजदीकी है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 27, 2024 9:04 PM

पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने औवेसी पर लगाये गंभीर आरोप

संवाददाता, पटना

मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से राजद उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री मो अली अशरफ फातमी ने ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम ) के नेता असदुद्दीन ओवैसी पर जबरदस्त हमला बोला है. कहा है कि बिहार में भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए औवेसी ने अपने उम्मीदवार उन जगहों पर उतारे हैं, जहां एनडीए से उनका मुकाबला काफी नजदीकी है. ऐसा धर्मनिरपेक्ष ताकतों को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है.

फातमी ने आरोप लगाया है कि ओवैसी भाजपा और संघ परिवार के कहने पर ही उम्मीदवार उतारते हैं. इस मामले में वह पूरी तरह से एक्सपोज हो गये हैं. ये भाजपा के खिलाफ बोलते तो हैं, लेकिन वह भी एक चाल होती है. फातमी ने कहा कि अब तक हुए चुनाव के बाद अहसास हो गया है कि बिहार में एनडीए की स्थिति अच्छी नहीं है. इसके बाद से ही यहां ओवैसी की सक्रियता अचानक बढ़ गयी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सवाल उठाया कि आखिर क्या कारण है कि ओवैसी सिर्फ हैदराबाद से ही चुनाव लड़ते हैं. तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में उम्मीदवार नहीं देते हैं. वहीं बिहार ,यूपी ,पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में एआइएमआइएम थोक के भाव उन जगहों पर उम्मीदवार देती है ,जहां सेक्युलर ताकतें मजबूत हैं.

फातमी ने कहा कि ओवैसी के पिताजी और उनके साथ दुर्व्यवहार के मामले में मैं उनके साथ खड़ा रहा, इसके बाद भी उन्होंने मेरे खिलाफ उम्मीदवार दे दिया, यही उनकी अकलियतों को सियासी तौर पर मजबूत करने की सोच है. फातमी ने आरोप लगाया कि मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक वोटरों को घर से नहीं निकलने देने की योजना पहले से ही थी. वोटिंग प्रतिशत कम से कम हो इसके लिए साजिश रची गयी. जाले विधानसभा क्षेत्र के देवरा बंदोली गांव में बुर्का और दाढ़ी वालों के साथ बदसुलूकी की गयी. बाद में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री के कहने पर पहली बार वोट डालने गयी मुस्लिम बच्चियों को थाने में ले जाकर बंद कर दिया. चुनाव खत्म होने के बाद आचार संहिता के मामलों में पीआर बांड के तहत सभी को छोड़ दिया गया, लेकिन इस गांव की बच्चियों को छोड़ा नहीं गया. संवाददाता सम्मेलन में पूर्व विधायक रामाशीष यादव, प्रवक्ता एजाज अहमद, चितरंजन गगन, अरुण कुमार यादव आदि मौजूद रहे.

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