पटना. दानापुर रेल मंडल अस्पताल को डेडिकेटेड कोरोना अस्पताल बनाया गया है, लेकिन यहां कई तरह की खामियां सामने आ रही हैं. अस्पताल में सिर्फ माइनर मरीजों का ही इलाज किया जा रहा है. गंभीर संक्रमित मरीजों को एनएमसीएच में रेफर कर दिया जा रहा है. स्थिति यह है कि एक संक्रमित रेलकर्मी को जब सोमवार को एंबुलेंस से एनएमसीएच भेजा गया, तो उसमें ऑक्सीजन ही नहीं था. और पूरे रास्ते वह सांस की परेशानी से परेशान रहे.
हालांकि, रेल प्रशासन का कहना है कि जिस एंबुलेंस से मरीज को भेजा गया, उसमें ऑक्सीजन की व्यवस्था थी. संक्रमित रेलकर्मी की पत्नी कहती हैं कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं होने की सूचना दी गयी. इसके बावजूद मरीज को बिना ऑक्सीजन के भेज दिया गया. कोई मेडिकल स्टाफ भी एंबुलेंस में नहीं था. हमें पीपीइ किट भी नहीं दी गयी. सीपीआरओ, राजेश कुमार ने कहा कि संक्रमित रेलकर्मी को दानापुर अस्पताल से एनएमसीएच भेजा गया. एंबुलेंस में ऑक्सीजन के साथ-साथ पूरी व्यवस्था में उन्हें भेजा गया.