Paper Leak: 10 दिनों में रद्द और स्थगित हुए हैं चार बड़ी परीक्षाएं, इसके जिम्मेदार कौन?

Paper Leak नीट पीजी पिछले 10 दिनों में रद्द या स्थगित होने वाला चौथा बड़ा एग्जाम है. नौ दिनों में एनटीए की तीन बड़ी परीक्षाएं एनसीइटी, यूजीसी नेट और सीएसआइआर यूजीसी नेट स्थगित की गयी है.

By RajeshKumar Ojha | June 26, 2024 6:15 AM

अनुराग प्रधान@पटना
Paper Leak पिछले 10 दिनों में चार एग्जाम रद्द व स्थगित हुए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 22 जून को नीट पीजी पोस्टपोन कर दिया. ये एग्जाम 23 जून को होना था. कई परीक्षार्थी रविवार को सेंटर पर भी पहुंच गये थे. जिन्हें वापस लौटना पड़ा. नीट पीजी पिछले 10 दिनों में रद्द या स्थगित होने वाला चौथा बड़ा एग्जाम है. नौ दिनों में एनटीए की तीन बड़ी परीक्षाएं एनसीइटी, यूजीसी नेट और सीएसआइआर यूजीसी नेट स्थगित की गयी है.

एनटीए ने कहा है कि परीक्षा स्थगित या रद्द करने का फैसला शिक्षा मंत्रालय का है. वहीं, नीट पीजी का आयोजन नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन फॉर मेडिकल साइंसेज (एनबीइएमएस) करता है. एनटीए के अधिकारी ने कहा कि कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ियों के आरोप के बीच एहतियात के तौर पर परीक्षा स्थगित तकी गयी है. जल्द ही एग्जाम की नयी तिथि जारी की जायेगी. एग्जाम की तिथि का फैसला शिक्षा मंत्रालय के आदेश के बाद होगा.

अभ्यर्थियों को अब नयी तिथि का इंतजार
23 जून को होने वाली नीट पीजी परीक्षा को अचानक स्थगित कर दिया गया. इसकी सूचना 22 जून की रात 10 बजे के बाद दी गयी. इससे परीक्षार्थियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. नीट पीजी परीक्षा के लिए 2,28,757 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. इनमें से 1,22,961 पुरुष, 1,05,791 महिलाएं व 5 ट्रांसजेंडर एमबीबीएस के बाद डॉक्टरी में मास्टर्स करने के लिए नीट पीजी परीक्षा देना जरूरी है. एमडी, एमएस, एमडीएस, डीएनबी जैसे मेडिकल पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में नीट पीजी स्कोर के आधार पर ही एडमिशन मिलता है. मेडिकल पीजी कोर्स के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट पहले सात जुलाई को होना था. फिर डेट बदलकर 23 जून किया गया. अब इसके पोस्टपोन होने से अभ्यर्थियों को नीट पीजी 2024 की नयी डेट का इंतजार है.

इसलिए रद्द हुई नीट पीजी परीक्षा  
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित हुई नीट यूजी परीक्षा में धांधली के आरोप लगे थे. नीट यूजी पेपर लीक होने से लाखों स्टूडेंट्स का भविष्य दांव पर है. मामला सुप्रीम कोर्ट में है और अब इसकी जांच की जिम्मेदारी सीबीआइ को सौंपी गयी है. सूत्र बताते हैं कि लगातार एनटीए की सभी परीक्षाएं स्थगित व रद्द कर दी गयी थी, ऐसे में नीट पीजी 2024 के सफल आयोजन पर भी सवाल उठ सकते थे. शायद इसीलिए परीक्षा को आनन-फानन में पोस्टपोन कर दिया गया.

सवाल: खर्च हुए पैसे और समय की भरपाई कौन करेगा?
एमबीबीएस के बाद पीजी में दाखिले का सपना लिये कई छात्रों ने कहा कि उन्होंने ट्रेन का टिकट नहीं मिलने पर महंगी फ्लाइट बुक की थी. कोई अपने बच्चों को लेकर साथ आया था तो कोई अपने परिवार के अन्य सदस्यों को साथ परीक्षा देने पहुंचा था. परीक्षा रद्द होने से सभी परेशान हुए. अचानक स्थगित होने से दो लाख से अधिक आवेदक प्रभावित हुए हैं. परीक्षा देने के लिए अलग-अलग शहरों से पटना आये छात्रों ने गुस्सा भी जाहिर किया. लखीसराय में पोस्टेड डॉक्टर गौरव ने बताया कि उन्होंने पटना से दिल्ली के लिए फ्लाइट टिकट बुक किया था. वह शनिवार शाम दिल्ली पहुंची और होटल में अपने कमरे में गयी उसी वक्त उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि परीक्षा स्थगित हो गयी है. पहले तो उन्हें यह फेक न्यूज लगी, लेकिन बाद में पता चला कि यही सही है. परीक्षा स्थगित होने से सा और समय दोनों बर्बाद हुआ है. डॉ अपर्णा ने कहा कि एक दिन पहले पटना आयी. एक छोटा बच्चा भी साथ में था. इस वजह से उनके पति और बच्चे को गर्मी में साथ आना पड़ा. होटल रुका था. सुबह पचा चला कि परीक्षा स्थगित हो गयी है. डॉ विवेक पांडेय ने कहा कि अगर पुनर्निर्धारित करना था तो उन्हें कम-से-कम कुछ दिन पहले इसकी घोषणा करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों को ठीक से वितरित नहीं किया गया. उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्रों पर बहुत दूर-दूर की जगह मिली. सभी को बहुत परेशानी हुई. उनके खर्च हुए पैसे और समय की भरपाई कौन करेगा?

10 दिनों में चार एग्जाम कैंसिल

1. नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एनसीइटी)- 12 जून को हुआ था, लेकिन परीक्षा के बाद स्थगित कर दिया गया. इसमें 29 हजार से अधिक स्टूडेंट्स ऑनलाइन एग्जाम में शामिल हुए थे. इस एग्जाम के माध्यम से चार साल के इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं. एनटीए ने कहा कि कुछ सेंटर्स पर करीब डेढ़ घंटे तक स्टूडेंट्स लॉगइन नहीं कर पाये थे. इस कारण परीक्षा कैंसिल किया गया.

2.. यूजीसी नेट: 18 जून को 317 शहरों के 1205 सेंटर पर ऑफलाइन मोड में हुई थी. इसमें नौ लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए थे. यह परीक्षा यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर, जेआरएफ फेलोशिप के लिए व पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन के लिए होता है. कुल 83 विषयों के लिए यूजीसी नेट हुआ था. परीक्षा लीक होने की वजह शिक्षा मंत्री ने कहा कि टेलीग्राम पर क्वेश्चन पेपर लीक हो गया था.

3. सीएसआइआर यूजीसी नेट: 25 से 27 जून को परीक्षा होनी था. इसको 21 जून को स्थगित कर दिया गया. इसमें दो लाख के अधिक परीक्षार्थियों को शामिल होना था. यह साइंस स्ट्रीम में असिस्टेंट प्रोफेसर, जेआरएफ फेलोशिप के लिए सलेक्शन व पीएचडी में एडमिशन के लिए आयोजित किया जाता है. एनटीए ने परिस्थितियां और लॉजिस्टिक इश्यू का हवाला देकर एग्जाम की डेट्स स्थगित की.

4. नीट पीजी : 23 जून को ऑनलाइन मोड में होना था. 22 जून देर रात 11 बजे एनबीइएमएस ने एग्जाम स्थगित करने का मैसेज जारी किया. इस एग्जाम में एमबीबीएस डिग्री हासिल करने वाले लोग शामिल होते हैं. इससे एमडी व एमएस में एडमिशन के लिए क्वालीफाई करते हैं.

ये भी पढ़ें..

NEET Paper Leak मामले में सीबीआई ने विशेष अदालत को सौंपी अपनी एफआइआर

Next Article

Exit mobile version