कोरोनाकाल के इस दौर में बिहार में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव बेहद सक्रिय हैं. राजधानी पटना के बड़े सरकारी अस्पतालों से लेकर श्मशान घाट तक पप्पू यादव अक्सर खुद निकल रहे हैं और व्यवस्था का जायजा लेते हैं. इस क्रम वो कई जगहों पर व्यवस्था में आ रही कमी को उजागर करते और सरकार को घेरते भी दिखते हैं. कभी अस्पताल तो कभी श्मशान घाट की व्यवस्था पर चोट करने वाले पूर्व सांसद पप्पू यादव ने इस बार रेमडेसिविर दवा के वितरण में गड़बड़ी को लेकर हमला बोला है.
गुरुवार को पटना में रेमडेसिविर दवा के कालाबाजारी को लेकर एक प्राइवेट अस्पताल के निदेशक को गिरफ्तार किया गया था. वहीं इसका बड़ा खुलासा हुआ कि मरीजों के नाम पर उनकी दवा दलालों के हाथों में जा रही है और उसे महंगे दामों में अवैध तरीके से बेचा जा रहा है. इस पूरे खेल को प्राइवेट अस्पताल के आढ में खेला जा रहा था. पप्पू यादव ने आरोप लगाते हुए सरकार से सवाल किया है कि इन अस्पतालों को इतनी दवा कैसे मुहैया कराई गई.
पप्पू यादव ने आरोप लगाते हुए सवाल किया कि क्या दुकानों में तैनात किए गए मजिस्ट्रेट, भेंडर, ड्रग इंस्पेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की इसमें मिलीभगत है. पप्पू यादव शनिवार को सिवान गए और इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने आपदा के समय अस्पतालों में स्वास्थ्यकर्मियों की कम समय के लिए हो रहे बहाली पर भी सवाल किए खड़े. उन्होंने कहा कि अगर सरकार के पास इच्छाशक्ति है तो निजी अस्पतालों की लूट और रेमडेसिविर वितरण में धांधली पर अविलंब कार्रवाई करे.
कोरोनाकाल के इस संकट भरे समय में एक तरफ जहां पप्पू यादव ने बिहार सरकार पर प्रहार किया तो दूसरी तरफ कई अन्य राज्यों का उदाहरण भी सामने रखा. उन्होंने कहा कि जब राजस्थान सरकार घर-घर दवा पहुंचा सकती है और अपने लोगों के लिए 5 लाख का बीमा करा सकती है. आंध्र प्रदेश सरकार प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना का मुफ्त इलाज करा सकती है तो बिहार में ये सब क्यों नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि मुंबई की तरह बिहार के होटलों में भी कोरोना मरीजों के लिए बेड लगाकर इलाज की व्यवस्था करनी चाहिए. पप्पू यादव ने रेमडेसिविर वितरण को लेकर लगाए गंभीर आरोप तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
POSTED BY: Thakur Shaktilochan