अनुपम कुमार, पटना
पटना एयरपोर्ट पर पैरेलल टैक्सी ट्रैक और आइसोलेशन पार्किंग बे का निर्माण पूरा हो गया है. दोनों जगह अब क्लीनिंग और पेंट से मार्किंग का काम चल रहा है. इसे इस महीने के अंत तक पूरा कर लिया जायेगा. अगले माह इसकी कमीशनिंग की प्रक्रिया शुरू की जायेगी और डीजीसीए को इसके लिए आवेदन दिया जायेगा. डीजीसीए द्वारा आवेदन की जांच और निरीक्षण कर मंजूरी देने में तीन से चार सप्ताह का समय लगेगा और अगस्त में डीजीसीए की अनुमति मिलने के बाद यह चालू होगा.
25 करोड़ से बना पैरेलल टैक्सी ट्रैक : पैरेलल टैक्सी ट्रैक का निर्माण 25 करोड़ रुपये से हुआ है. यह 1389 मीटर लंबा है, जो रनवे को पार्किंग बे से जोड़ता है. इसकी कुल चौड़ाई 30 मीटर है, जिसमें 23 मीटर विमानों के आने-जाने के लिए रास्ता बना है, जबकि दोनों किनारे पर 3.5 मीटर के सोल्डर लाइट लगाने के लिए बने हैं. लैंडिंग के एक मिनट में खाली होगा रनवे पैरेलल टैक्सी ट्रैक के बन जाने से विमान रनवे पर लैंड होने के बाद उसी के अंतिम सिरे से घूमकर वापस आने के बजाय बीच में ही टैक्सी ट्रैक पकड़ लेगा और उसी पर चलकर पार्किंग बे तक पहुंचेगा. इससे लैंडिंग के बाद एक मिनट में रनवे खाली हो जायेगा और हर दो मिनट पर फ्लाइट ऑपरेशन संभव होगा. इससे पटना एयरपोर्ट की फ्लाइट ऑपरेशन क्षमता बहुत बढ़ जायेगी और 300 जोड़ी से भी अधिक फ्लाइटें ऑपरेट की जा सकेंगी. 58 मीटर चौड़ा होगा आइसोलेशन पार्किंग बे आइसोलेसन पार्किंग बे का निर्माण बम थ्रेट वाले विमानों को अन्य विमानों से अलग कर उसकी तलाशी लेने के लिए किया गया है. इसका निर्माण 12 करोड़ से हुआ है. यह 68 मीटर लंबा और 58 मीटर चौड़ा है और वहां तक पहुंचने के लिए 216 मीटर लंबा टैक्सी ट्रैक भी बनाया गया है, इसकी चौड़ाई 30 मीटर है. इसमें 23 मीटर विमानों के आने-जाने के लिए रास्ता है, जबकि उसके दोनों किनारे पर लाइट लगाने के लिए 3.5 मीटर चौड़े सोल्डर बने हैं. एयरपोर्ट पार्किंग के ऊपर बनेगा वर्ल्ड क्लास मार्केटिंग व कॉमर्शियल कांप्लेक्स पटना एयरपोर्ट के नवनिर्मित पार्किंग के ऊपर वर्ल्ड क्लास मार्केटिंग और कॉमर्शियल कांप्लेक्स बनेगा. इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया जल्द ही निविदा आमंत्रित करेगी और अधिक बोली लगाने वाले एजेंसी को किराये पर एक निर्धारित अवधि के लिए जगह आवंटित करेगी. इसके बाद निविदा पाने वाली एजेंसी इन्हें बाजार दर पर अलग अलग व्यवसायी या व्यवसायिक फर्मों को दफ्तर या दुकान बनाने के लिए किराया पर देगी. पटना एयरपोर्ट के पार्किंग निर्माण के लिए एक बहुमंजिला भवन बनाया गया है, जिसके बेसमेंट और ऊपर के चार फ्लोर पर 750 चारपहिया वाहनों को खड़े करने की क्षमता वाला विशाल पार्किंग बनाया गया है, जबकि ऊपर के दो मंजिलों पर मार्केटिंग और कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स बनेगा. खुलेंगे बड़े ब्रांड के शोरुम और आउटलेट : सूत्राें की मानें ताे एयरपोर्ट आने जाने वाले लोगों के आर्थिक-सामाजिक हैसियत को देखते हुए बड़े ब्रांड वैल्यू वाली जानीमानी कंपनियां यहां शोरूम और आउटलेट खोलने के लिए बेताब हैं और यहां कई ऐसे प्रीमियम ब्रांडों के शोरूम भी मिलेंगे जो अब तक पटना में नहीं आये हैं. ऐसे में यह पटना का पहला वर्ल्ड क्लास मार्केटिंग और कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स होगा. एयरपोर्ट परिसर में ही पार्किंग के ठीक ऊपर वर्ल्ड क्लास मार्केटिंग कॉम्पलेक्स होने का लाभ विमानों के देर होने की स्थिति में मार्केटिंग कर विमान यात्री उठायेंगे.
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