बंगाल विधानसभा चुनाव(Bengal Election 2021) की बिगुल बज चुकी है. दस चरणों में होने वाले चुनाव में बिहार की राजनीतिक दलें भी अपनी ताकत झोंक रही है. एनडीए में रहकर एक साथ सरकार चला रही जदयू (JDU) और भाजपा(BJP) बंगाल में अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं. वहीं एनडीए के घटक दल में शामिल जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा भी अपनी किस्मत अलग ही आजमायेगी. वहीं जदयू ने बंगाल और असम में अपने उम्मीदवारों को सिंबल बांटना शुरू कर दिया है. इस बार बिहार मूल के निवासी भी बंगाल में जदयू के तरफ से उम्मीदवार बनाये जा रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल चुनाव में इस बार केवल बंगाल के ही नहीं बल्कि बिहार और पुर्वांचल भी दांव आजमाएंगे. जदयू ने इस बार कई ऐसे चेहरों को अपना उम्मीदवार बनाया है जो बिहार या पूर्वांचल के मूल निवासी हैं. पार्टी ने इन चेहरों पर दांव खेलने का फैसला लिया है. बता दें कि बंगाल में कई ऐसे इलाके हैं जहां बिहार या पूर्वांचल के मूल निवासी बसे हुए हैं. वो बंगाल के ही अब मतदाता बन चुके हैं. जिसके वोट पर जदयू की नजरें गड़ी हुई है.
जेडीयू ने अब अपने उम्मीदवार तय करने शुरू कर दिये हैं. पार्टी चरणबद्ध तरीके से बंगाल और असम में उम्मीदवारों का नाम फाइनल कर रही है. इस क्रम में बंगाल में 45 और असम में 50 उम्मीदवारों को जेडीयू ने सिंबल बांटा है. बंगाल में जिन 45 उम्मीदवारों को पार्टी ने चुनाव चिन्ह दिया है उनमें अधिकतर बिहार और पूर्वांचल के ही हैं.
बंगाल में कुल दस चरणों में इस बार का विधानसभा चुनाव होना है. ऐसा माना जा रहा है कि जदयू चौथे चरण से अपने उम्मीदवारों की संख्या बढ़ाएगी. पहले तीन चरणों की तुलना में चौथे से आखिरी चरण तक पार्टी के प्रत्याशियों की संख्या अधिक रहेगी. पहले चरण में जदयू ने कुल पांच उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था लेकिन उनमें 4 प्रत्याशियों के नामांकन रद्द हो गये.
Posted By: Thakur Shaktilochan