मोदी मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बिहार की राजधानी पटना में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. लोक जनशक्ति पार्टी के पशुपति पारस मोदी कैबिनेट में मंत्री बनाए गए हैं. बता दें कि पिछले दिनों पशुपति पारस ने भतीजा चिराग पासवान के साथ बगावत करते हुए पांच सांसदों के साथ मिलकर लोजपा संसदीय दल के नेता बन गए.
अब जब पशुपति पारस मोदी कैबिनेट में मंत्री बने हैं तो उनके पुराने बयान को लेकर सियासी चर्चा शुरू हो गई है. दरअसल, चिराग के साथ बगावत के समय पशुपति पारस नू कहा था कि पार्टी में वन पर्सन-वन पोस्ट का फॉर्मूला लागू हो, इसलिए चिराग को हटाया गया है.
पशुपति पारस के पास ये जिम्मेदारी- बता दें कि पशुपति पारस के पास अब चार जिम्मेदारी हो गई है. मोदी कैबिनेट में मंत्री के अलावा पारस लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. (हालांकि ये मामला चुनाव आयोग के पास है) इसके अलावा, वे संसदीय दल के नेता भी हैं और लोजपा के एक और इकाई दलित सेना के अध्यक्ष भी हैं.
एक व्यक्ति और एक पद पर दिया था ये बयान- बताते चलें कि पिछले दिनों पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पशुपति पारस ने कहा था कि कैबिनेट मंत्री बनने के बाद सोचूंगा. आप चर्चा है कि पशुपति पारस लोजपा के संगठन का पद छोड़ सकते हैं और अपने किसी करीबी नेता को यह पसंद सौंप सकते हैं. हालांकि लोजपा की ओर से इसपर अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है.
पारस के कैबिनेट मंत्री बनने पर बरसे चिराग– इधर, पशुपति पारस के कैबिनेट मंत्री बनने पर चिराग पासवान ने अटैक किया है. चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने पीठ में खंजर घोंपने का काम किया है. बताते चलें कि चिराग पासवान पार्टी में टूट के बाद आशीर्वाद यात्रा पर निकले हुए हैं.
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Posted By : Avinish Kumar Mishra