लोक जनशक्ति पार्टी के बंगले पर अधिकार की लड़ाई को चुनाव आयोग ने ठंडा कर दिया है और फिलहाल पारस व चिराग, दोनों गुटों को अपने दल के नये नाम और निशान दे दिये गये हैं. वहीं आठ अक्टूबर को पारस खेमा लोजपा के संस्थापक दिवंगत नेता रामविलास पासवान की पुण्यतिथि को लेकर कार्यक्रम कर रहा है. जिसके लिए पशुपति पारस ने सीएम नीतीश कुमार को भी न्योता दिया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आखिर चिराग पासवान से नीतीश कुमार की मुलाकात क्यों नहीं हो पाई होगी.
केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने हाल में ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. दरअसल, पारस अपने भाइ व लोजपा के संस्थापक दिवंगत नेता रामविलास पासवान की पुण्यतिथि को लेकर आयोजित किये जा रहे कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री को न्योता देने आए थे. मुलाकात की तसवीर भी सामने आई. सीएम नीतीश कुमार ने उनका निमंत्रण स्वीकार भी किया. वहीं कुछ दिनों पहले चिराग पासवान ने पारंपरिक कैलेंडर के मुताबिक हाल में ही 12 सितंबर को आने पिता स्व. रामविलास पासवान की पुण्यतिथि मनाई. उन्होंने इसमें बड़े स्तर का कार्यक्रम आयोजित किया लेकिन नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे.
चिराग पासवान ने जब न्योता देने तेजस्वी यादव के घर गये थे तो मीडिया से मुखातिब होकर उन्होंने कहा था कि सीएम को न्योता देने के लिए वो गये लेकिन उन्हें मिलने का वक्त नहीं दिया गया. इस आरोप को राजद ने भी मौका पाकर भुनाया और मुख्यमंत्री पर निशाना साधा था.
पशुपति पारस ने एक मीडिया पोर्टल के लिए इंटरव्यू के दौरान बताया कि ताली दोनों हाथों से बजती है. एक हाथ से केवल चुटकी ही बज सकती है. उन्होंने कहा कि चिराग लगातार मुख्यमंत्री पर हमला करते रहे हैं. उन्हें जेल भेजने की बात आज भी करते हैं. कुर्सी से नीतीश कुमार को हटा देने की बात करने लगते हैं. ऐसे माहौल में नीतीश कुमार ने मिलना पसंद नहीं किया होगा. लेकिन वो आसानी से सबसे मिलते हैं.
पशुपति पारस ने कहा कि उन्हें किसी से मुलाकात के लिए कभी भी मशक्कत नहीं करनी पड़ी. सांसद, मंत्री या फिर मुख्यमंत्री वो जब मुलाकात के लिए किसी से समय मांगे उन्हें ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा है. वहीं उन्होंने चिराग को यह नसीहत दी कि वो खुद मंथन करें कि ऐसा क्यों होता है. बता दें कि पारस खेमा आगामी 8 अक्टूबर को स्व.रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि कार्यक्रम मनाने जा रहा है.
Posted By: Thakur Shaktilochan