पटना जंक्शन पर एक दिन में 30 हजार बोतल पानी पी जा रहे यात्री
भीषण गर्मी के चलते पटना सहित सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर पानी की डिमांड बढ़ गयी है. ट्रेन रुकते ही प्यास से व्याकुल यात्री पानी के लिए टूट पड़ते हैं.
आनंद तिवारी, पटना भीषण गर्मी के चलते पटना सहित सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर पानी की डिमांड बढ़ गयी है. ट्रेन रुकते ही प्यास से व्याकुल यात्री पानी के लिए टूट पड़ते हैं. वहीं सूत्रों की मानें, तो जंक्शन पर प्रतिदिन करीब 29,500 से 30 हजार लीटर रेल नीर की खपत हो रही है. जबकि बाकी दिनों में 15000 से 18000 पानी की बोतल की बिक्री होती है. मंडल रेल प्रशासन ने रेल नीर से लिये नामित स्टेशनों के साथ छोटे स्टेशनों पर अधिक से अधिक रेल नीर उपलब्ध कराने का आदेश दिया है. इसके अलावा जंक्शन के अलग-अलग प्लेटफॉर्मों पर लगी वाटर वेंडिंग मशीन से भी रोजाना करीब 10 हजार पानी की बोतल बिक रही हैं. ज्यादा मांग के कारण पानी की सप्लाइ भी कम पड़ जा रही है. जानकारों की मानें, तो इन दिनों रेल नीर की डिमांड की वजह से सप्लाइ में भी दिक्कत हो रही है. अन्य कंपनियों की पानी की बोतल महंगी होने की वजह से यात्री रेल नीर अधिक लेते हैं. यह पानी एक लीटर 15 रुपये में मिलता है. इसके अलावा जंक्शन पर पांच रुपये में एक लीटर ठंडा पानी उपलब्ध है. इसके लिए रेलवे की ओर से वाटर वेंडिंग मशीन लगायी गयी है. प्लेटफॉर्म एक, चार, पांच, छह, नौ और 10 पर मशीन स्थापित है. आगे अन्य प्लेटफॉर्मों पर भी मशीन की संख्या बढ़ानी है. यह पानी भी फिल्टर्ड पानी है. गर्मी की शुरुआत होते ही पटना जंक्शन पर खासकर अप्रैल महीने से रेल नीर की बिक्री बढ़ी है. अप्रैल में रोजाना 18500 से 23 हजार, मई में 27000 से 29500 और जून में अब तक रोजाना 25000 से 27000 के बीच रेल नीर की बिक्री हो रही है. जबकि पटना जंक्शन पर 12000 से 15000 हजार बोतल रोजाना पानी की बिक्री होती है. वहीं आइआरसीटीसी पटना के क्षेत्रीय कार्यालय के संयुक्त महाप्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि गर्मी में बोतल बंद पानी की डिमांड अधिक बढ़ जाती है. वहीं यात्रियों को पानी को लेकर कोई परेशानी नहीं हो, इसको देखते हुए सभी को आदेश दिया गया है.
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