साकिब,पटना. शहर के युवा जोड़ों में कोर्ट मैरेज धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहा है. शहर के युवा अपने विवाह में किसी तरह की बाधा आती देख कोर्ट मैरेज को अब एक विकल्प के रूप में देखने लगे हैं. शिक्षा और जागरूकता बढ़ने से कोर्ट मैरेज कराने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. पटना जिला रजिस्ट्री कार्यालय, जिसके क्षेत्राधिकार में शहरी क्षेत्र आता है, वहां इस साल 13 दिसंबर तक कुल 1365 जोड़ों ने कोर्ट मैरेज करवाया है. इस कार्यालय में हर दिन औसतन आधा दर्जन जोड़े कोर्ट मैरेज के लिए आते हैं. वहीं, वैसी शादियों की रजिस्ट्री भी हुई है, जो पहले से हो चुकी हैं. वर्ष 2022 के दौरान अब तक 1146 शादियों की रजिस्ट्री की गयी है.
विशेष विवाह अधिनियम 1954 के तहत जिला रजिस्ट्री कार्यालय या अपने अनुमंडल से संबंधित रजिस्ट्री कार्यालय में जाकर जोड़े शादी कर सकते हैं. ये वही रजिस्ट्री कार्यालय हैं, जहां जमीन, फ्लैट आदि की रजिस्ट्री होती है. यहां स्थित विवाह मैरेज रजिस्ट्रेशन रूम में जाकर कोर्ट मैरेज और विवाह की रजिस्ट्री के लिए आवेदन या सूचना दे सकते हैं. सूचना देने की तिथि से 30 दिन बाद विवाह पदाधिकारी के समक्ष तीन गवाहों के साथ दोनों पक्षकारों को उपस्थित होकर विवाह की रजिस्ट्री या अनुष्ठान संपन्न कराना होता है. विवाह करने या विवाह की रजिस्ट्री कराने की सूचना देने का शुल्क 100 रुपये और सर्टिफिकेट लेने के समय मात्र 200 रुपये का शुल्क लगता है. इस तरह से मात्र 300 रुपये देकर यहां विवाह किया जा सकता है.
पटना के जिला अवर निबंधक धनंजय राय ने बताया कि कोर्ट मैरेज करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. विवाह के बाद इसकी रजिस्ट्री करवाने वालों की संख्या भी पहले से बढ़ी है. विवाह की रजिस्ट्री करवाने से कई तरह के लाभ होते हैं. आपके विवाह को कानूनी मान्यता मिलती है. कोर्ट मैरेज या विवाह की रजिस्ट्री कराना बहुत आसान है.
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वर्ष – कोर्ट मैरेज की संख्या
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2022 – 1365
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2021 – 1197
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2020 – 800
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2019 – 1189
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2018 – 1122
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वर्ष-रजिस्ट्री
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2022 – 1146
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2021 – 869
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2020 – 559
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2020 – 559
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2018 – 954