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Patna के 575 स्कूलों को मिलेगा पीएम श्री का दर्जा, जानें अन्य स्कूलों से कैसा होगा अलग

Patna: भारत सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा के साथ-साथ अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए स्कूलों को पीएम श्री स्कूल का दर्जा दिया जा रहा है.

By Paritosh Shahi | November 24, 2024 7:40 PM

Patna: सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा के साथ ही अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए भारत सरकार की ओर से स्कूलों को पीएम श्री स्कूल (PM SHRI School) का दर्जा दिया जा रहा है. भारत सरकार की ओर से पांचवें चरण में पटना जिले के 575 स्कूलों को पीएम श्री का दर्जा देने के लिए सहमति दी गयी है. इसके लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद से पत्र मिलने के बाद जिला शिक्षा कार्यालय स्तर पर भी इसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमृत कुमार ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिख कर सूची में शामिल स्कूलों को पांच दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन करने का निर्देश दिया है.

पीएम श्री पोर्टल पर करना होगा आवेदन

सूची में शामिल जिले के सभी विद्यालय पीएम श्री के पोर्टल पर यू-डायस, मोबाइल नंबर और ओटीपी के माध्यम से पोर्टल खोल सकते हैं. पांच दिसंबर तक विद्यालय के प्राचार्य के देख-रेख में आवेदन किया जायेगा. आवेदन का सत्यापन 10 दिसंबर तक प्रखंड स्तर पर किया जायेगा. चयनित विद्यालय भौतिक रूप से पीएम श्री विद्यालय के मानक के अनुरूप होंगे.

Pm shree school

31 विद्यालयों को मिल चुका है पीएम श्री का दर्जा

भारत सरकार के पीएम श्री अभियान के तहत जिले के 31 स्कूलों को पहले पीएमश्री का दर्जा मिल चुका है. स्कूलों को यह दर्जा प्राप्त होने के बाद विकास के लिए विशेष फंड मुहैया कराया जाता है और उसी मानक के अनुरूप स्कूलों में विकास कार्य होता है. जिले के कुछ स्कूलों को इस स्तर पर तैयार भी किया जा रहा है. पीएम श्री का दर्जा मिलने के बाद चयनित स्कूल के नाम के आगे पीएम श्री शब्द जोड़ा जाता है.

अन्य स्कूलों से कितना अलग होता है

पीएम श्री का दर्जा मिलने के बाद इन स्कूलों में अनुशासन बढ़ाने पर जोड़ दिया जाता है. प्रत्येक बच्चों को यूनिफार्म में स्कूल आना अनिवार्य होता है. साथ ही स्कूल के पुस्तकालय व प्रयोगशाला को सुव्यवस्थित करना, पुस्तकालय में प्रतियोगिता परीक्षा से संबंधित पत्रिका, प्रतिदिन हिंदी -अंग्रेजी का एक-एक अखबार उपलब्ध कराना, सभी बच्चों को पाठ्य सामग्री व खेल सामग्री की व्यवस्था की जाती है.

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