पटना : फुलवारीशरीफ स्थित पटना एम्स में अब केवल कोरोना संक्रमितों का ही इलाज होगा. इसे डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल बना दिया गया है और इससे संबंधित अधिसूचना भी स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर ने शुक्रवार को जारी कर दी. इसके साथ ही एम्स में भर्ती सामान्य मरीजों की संख्या में धीरे-धीरे कमी लाने की दिशा में कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है, ताकि एम्स को सामान्य मरीजों से पूरी तरह खाली कराया जा सके.
कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के कारण की गयी व्यवस्था : बिहार में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ रही संख्या को लेकर यह व्यवस्था की गयी है. बिहार के कई राजनेता के साथ ही कई सरकारी अधिकारी और कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इनके अलावे 150 से अधिक डॉक्टर व हेल्थ वर्कर भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इसे लेकर पटना एम्स को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल बना
दिया गया है. बताया जाता है कि फिलहाल पटना एम्स में बने आइसोलेशन सेंटर में 175 बेड हैं. लेकिन अब वहां 500 से अधिक बेड हो जायेंगे. इसमें काफी संख्या में कोरोना संक्रमितों को भर्ती कराया जा सकेगा. आइएमए की ओर से भी पटना एम्स को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल बनाने की मांग की जाती रही है. विदित हो कि बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 14 हजार पार कर चुकी है और जुलाई के अंत तक कोरोना अपने चरम पर हो सकता है.