पटना में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि अगले पांच वर्षों में बिहार सहित देश के सभी जिले करीब एक हजार करोड़ रुपये से हर तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं से सुसज्जित होंगे. पटना एम्स में जल्द ही आइसीयू बेड, पीएमआइआर सीटी स्कैन व अल्ट्रासाउंड समेत अन्य जरूरी चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाया जायेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य क्षेत्र में हर तरह की जरूरी संसाधनों को सरकार पटना एम्स में उपलब्ध करायेगी, ताकि बिहार के मरीजों को किसी भी परिस्थिति में पटना से दिल्ली न जाना पड़े.
केंद्रीय मंत्री पटना एम्स में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने पटना एम्स में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक का शिलान्यास किया. साथ ही पटना एम्स के आवासीय परिसर, शैक्षणिक खंड एवं नये सभागार का लोकार्पण भी किया. पर्यावरण संरक्षण दिवस को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने पटना एम्स परिसर में पौधारोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक भी किया.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना भारत के हर व्यक्ति तक संपूर्ण चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराना है. इसके लिए पीएचसी से लेकर मेडिकल कॉलेजों तक हेल्थ वेलनेस सेंटर और तकनीक का इस्तेमाल कर हर मरीज तक अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की वृहद कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर पटना एम्स को अतिरिक्त 25 एकड़ जमीन जल्द ही उपलब्ध करा दी जायेगी. पटना एम्स में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों के लिए जल्द ही यहां अतिथि सदन का निर्माण भी कराया जायेगा.
एम्स में आइसीयू बेड एमआरआइ सिटी स्कैन सहित कई चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने की मांग स्थानीय सांसद रामकृपाल यादव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से की. इसके अलावा एम्स के लिए नए पूर्णकालिक डायरेक्टर की मांग भी की. सांसद की मांग पर बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ने भी अपनी सहमति जतायी. उन्होंने कहा कि हर कोई एम्स में ही अपना इलाज कराना चाहता है. यह एम्स के प्रति मरीजों में बढ़ा विश्वास ही दर्शाता है. समारोह को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद डॉक्टर संजय जायसवाल ने भी संबोधित किया.